पूर्णिया /प्रतिनिधि
विधानसभा चुनाव के पूर्व अफसरों के तबादले का सिलसिला जारी है।इस क्रम में अठारह आईपीएस अधिकारी को स्थानांतरित किया गया है। पूर्णियां के पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा को पटना का एस एस पी बनाया गया है।वर्तमान में पटना सेंट्रल की सिटी एसपी पद पर कार्यरत तेजतर्रार आईपीएस अफसर लेडी सिंघम स्वीटी सहरावत को पूर्णियां के नये एसपी की कमान सौंपी गई है। इनकी कार्यशैली बिल्कुल अलग है।अपराधियों के बीच इनके नाम का खौफ है।
सीधे तौर पर कहें तो ये शिवदीप लांडे के स्टाइल में काम करती हैं।मूलरुप से बिहार के औरंगाबाद जिले की निवासी हैं।फिलहाल बिहार कैडर की आईपीएस अफसर हैं।इनके पिता दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के पद पर थे।साल 2013 में इनका निधन हो गया था।उस वक्त स्वीटी सहरावत एक डिजाइनर इंजीनियर के तौर पर अच्छे पैकेज की नौकरी कर रही थी।पिता का सपना था कि बेटी आईपीएस बने।लिहाजा स्वीटी सहरावत ने आईपीएस अफसर बनने की जिद ठान ली।
भाई सीआईएसएफ में सब इंस्पेक्टर के तौर पर कार्यरत हैं।दिल्ली टेक्नोलाजिकल यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बी टेक की डिग्री हासिल की है।साल 2019 में यूपीएससी की परीक्षा पास की जिसमें 187 वां रैंक था।ये न किसी के सामने झुकती है और न किसी की सुनती है चाहे बड़े राजनेता हो या अधिकारी।वक्त आने पर डंडा उठाने से भी गुरेज नहीं करती।इनकी पहली पोस्टिंग औरंगाबाद में एएसपी के तौर पर हुई थी।
इस दौरान औरंगाबाद में पूर्व डीजीपी,पूर्व राज्यपाल और पूर्व सांसद निखिल कुमार के घर चोरी हो गई थी।इस घटना के बाद निखिल कुमार स्वीटी सहरावत के आवास पर पहुंच गये थे।उस समय ए एस पी के पद पर तैनात स्वीटी सहरावत ने हिम्मत दिखाते हुए साफ कह दिया था कि मैं आवास पर किसी से नहीं मिलती हूं।क्योंकि प्राइवेसी नाम की भी कोई चीज होती है।सख्त कानून व्यवस्था और बेहतर पुलिसिंग के काम को देखकर पटना सेंट्रल का एसपी बनाया गया।
राजधानी पटना में 70 वीं बीपीएससी परीक्षा को लेकर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करते हुए वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया था।इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसके बाद काफी सुर्खियां बटोरी थी। पूर्णियां में एसपी बनकर आ रही हैं इससे जिले के लोगों में आस जगी है कि अब अपराध पर विराम लगेगा।काम में कोताही बरतने वालों पर भी गाज गिर सकती है।