किशनगंज /प्रतिनिधि
वेदांता नर्सिंग होम का निबंधन रद्द किए जाने से नाराज आईएमए किशनगंज से जुड़े दर्जनों चिकित्सक और नर्सिंग होम के कर्मी रविवार को सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचे और सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर को मांग पत्र सौंपा। आईएमए सचिव एवं अध्यक्ष की अगुआई में सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचे चिकित्सकों ने एक स्वर में निबधन को बहाल किए जाने की मांग की है।
दरअसल बीते दिनों एक मरीज के परिजन के द्वारा आईवीएफ के नाम पर ठगी किए जाने का आरोप लगाते हुए कारवाई की मांग की गई थी। जिसके बाद डीएम के निर्देश पर गठित जांच कमेटी द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद सिविल सर्जन के द्वारा नर्सिंग होम का निबंधन रद्द कर दिया गया था ।वही आज सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचे चिकित्सकों ने कहा की एक साजिश के तहत निबंधन को रद्द किया गया है।
नर्सिंग होम के डायरेक्टर डॉ वेद आर्या ने कहा की जब निबंधन प्राप्त किया गया था उस समय तमाम दस्तावेज मुहैया करवाए गए थे तब रजिस्ट्रेशन मिला था लेकिन अभी बिना किसी नोटिस के निबंधन को रद्द किया गया है जो की समझ से परे है ।उन्होंने कहा की अस्पताल का निबंधन आईबीएफ के क्राइटेरिया पर नहीं हुआ है उन्होंने कहा की जांच टीम को भी बताया गया था की आईवीएफ नहीं बल्कि इनफर्टिलिटी का इलाज वेदाता में किया जाता है ।
वही आईएमए सचिव डॉ जकी अनवर ने कहा की सिविल सर्जन को सभी बातों से अवगत करवाया गया है और उन्होंने आश्वासन दिया है । डॉ जकी अनवर ने कहा की अगर जल्द से जल्द निबंधन को बहाल नहीं किया जाता तो चरण बद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा।देखने वाली बात होगी की स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरे मामले पर क्या कदम उठाया जाता है । इस मौके पर डॉ एमएलए जैन, डॉ एके सिन्हा,सौरभ आनंद ,सुब्रत प्रसाद सहित दर्जनों चिकत्सक मौजूद थे।