किशनगंज/पोठिया
शनिवार सुबह पोठिया प्रखण्ड के कई इलाकों में तेज हवा के साथ भारी बारिश हुई।तेज हवा के साथ भारी बारिश के कारण खेतों में,सड़कों पर और घर-आंगन में वर्षात की पानी लग गयी।वर्षा से जहां फसलों को भारी नुकसान हुआ है,वहीं आम लोगों को गर्मी से राहत मिली है।पोठिया प्रखंड के विभिन्न गांवों में शनिवार सुबह आई आंधी-तूफान ने केला की खेती कर रहे सैकड़ों किसानों के अरमानों को धराशाई कर दिया।
इस बार केला की फसल को ठीक-ठाक मूल्य मिल रहा था।इससे किसानों को संतोष हो रहा था।विगत वर्षों में सस्ते कीमतों पर केला बेचने से जो नुकसान हुआ है,इस बार उसकी भरपाई हो जाएगी।लेकिन शनिवार सुबह आई आंधी तूफान ने केला किसानों के अरमानों को चकनाचूर कर दिया।प्रखंड के दर्जनों किसानों के फसल को आंधी-तूफान के बाद हुई धुआंधार बारिश ने तहस नहस कर बर्बाद कर दिया है।प्रखण्ड के बुधरा,दामलबारी,सारोगोरा,पंचायत
के अधिकतर किसान केला की खेती करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं।
इन किसानों के अरमानों पर तेज आंधी के साथ आई बारिश ने पानी फेर दिया।मंगलिझार के किसान गोपी हांसादा ने बताया कि आंधी ने उन्हें बर्बाद कर दिया।यहां बताते चलें कि केला की खेती करने में अत्यधिक खर्च आता है तथा यह फसल एक वर्ष में एक बार ही तैयार हो पाता है।अगर किसी कारण से यह फसल एक साल नष्ट हो जाता है तो उसमें लगी पूरी लागत समाप्त हो जाती है।इन किसानों ने आंधी तूफान और बारिश जैसी प्राकृतिक आपदा से हुई इस क्षति का मुआवजा देने की मांग किया है।