फारबिसगंज /बिपुल विश्वास
श्री रानी सरस्वती विद्या मंदिर फारबिसगंज में गुरुवार को राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर स्वावलंबी पूर्व छात्र सम्मेलन आयोजित किया गया जहां शिशु विद्या मंदिर फारबिसगंज से अध्ययन करने वाले सैकड़ो स्वावलंबी छात्र छात्राएं शामिल हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अररिया के जिला संघचालक सच्चिदानंद मेहता, लोक शिक्षा समिति बिहार के प्रदेश सह सचिव रामलाल सिंह, स्थानीय विधायक विद्यासागर केशरी, विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सचिव डॉ. नेहा राज कोषाध्यक्ष राकेश रोशन सदस्य प्रताप नारायण मंडल, आदित्य प्रकाश, रूपा घोड़ावत कार्यक्रम के अध्यक्ष पुरातन छात्र श्वेत प्रकाश झा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया।

पुरातन छात्रों में आशीष कुमार भगत, मनीषा कुमारी, श्वेता कुमारी डॉ. मनीष केशरी, दीपक कुमार, राजेश पांडिया आदित्य भगत समेत कई पुरातन छात्रों ने विद्यालय से जुड़े हुए यादों को साझा करते हुए भावुक हो गए।
इस अवसर पर विद्यालय के सेवानिवृत्त आचार्य केशवदेव झा
ने पुरातन छात्रों को संबोधित करते हुए कहा आज के युवाओं को स्वामी विवेकानंद के नैतिक मूल्यों एवं विचारों को अपने जीवन में उताड़कर अपने लक्ष्य के प्रति सजग रहना चाहिए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक विद्यासागर केशरी ने कहा विद्या भारती के विद्यालय में शिक्षा के साथ चरित्रवान बालकों का निर्माण किया जाता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक सच्चिदानंद मेहता ने कहा विद्यालय की स्थापना में समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।इसलिए हमें समाज के साथ खड़ा रहना चाहिए।
मुख्य वक्ता लोक शिक्षा समिति बिहार के प्रदेश सह सचिव रामलाल सिंह ने पूर्व छात्रों को संबोधित करते हुए कहा शिक्षा के माध्यम से भारत को पुनः जग सिरमौर बनाने के लिए विद्या भारती कार्य कर रही है।
आज सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के कई पूर्व छात्र शासकीय, अशासकीय क्षेत्रों में अपनी एक पहचान बनाए हुए हैं। शिशु मंदिर से मिले संस्कारों और नैतिक शिक्षा का प्रसार कर रहे हैं। सम्मेलन का उद्देश्य आपको विद्यालय द्वारा संचालित विभिन्न सामाजिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक प्रसार और समरसता के कार्यों में जोड़ना है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पुरातन छात्र श्वेत प्रकाश झा अपने विचारों को साझा किया।
धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सचिव डॉ. नेहा राज ने किया।
इस अवसर पर विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य अशुतोष मिश्र, शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य अनिल कुमार, पुरातन छात्र प्रमुख गौतम जायसवाल, समेत विद्यालय परिवार के समस्त आचार्य बंधु भगिनि उपस्थित रहे।
