किशनगंज :नर्सिंग होम में कार्यरत नर्स की मौत ,परिजनों ने किया हंगामा,जांच में जुटी पुलिस

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सदर अस्पताल में तीन डॉक्टरों की टीम ने किया पोस्टमार्टम

एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी और सदर थाना अध्यक्ष अमर प्रसाद सिंह ने घटना स्थल पर पहुंच परिजनों को करवाया शांत

मृतिका का पोस्टमार्टम से पूर्व करवाया गया एक्सरे

नर्सिंग होम में कार्यरत समीरुद्दीन करता था सदफ को परेशान -परिजन

किशनगंज /सागर चन्द्रा

सुभाषपल्ली स्थित डी एस नर्सिंग होम में कार्यरत एक महिला नर्स की संदेहास्पद स्थिति में मौत का मामला सामने आया है। मंगलवार सुबह बंगाल के ग्वालपोखर थाना क्षेत्र के झाड़बाड़ी पोखरिया गांव निवासी 23 वर्षीय सदफ आरा पिता अब्बास आलम को नर्सिंग होम के एक कमरे में मृत पाया गया। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि सदफ ने पंंखे में दुपट्टा का फंदा लगाकर फांसी लगा ली थी। हालांकि घटना स्थल से सुसाइड नोट बरामद नहीं किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में मृतका के परिजन नर्सिंग होम पहुंचे और मामले की निश्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग कर हंगामा करने लगे।

परिजनों का आरोप है कि नर्सिंग होम में कार्यरत समीरूद्दीन नामक युवक विगत कई दिनों से सदफ को परेशान कर रहा था। सदफ ने इसकी जानकारी परिजनों के साथ साथ नर्सिंग होम संचालक से भी की थी। लेकिन संचालक ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। जिसकी कीमत सदफ को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सदफ की हत्या करने के बाद उसे आत्महत्या करने का रूप दिया गया है।

परिजनों का कहना है कि पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने से पुर्व ही नर्सिंग होम कर्मियों ने शव को फांसी के फंदे से नीचे उतार दिया और महत्वपूर्ण साक्ष्य मिटाने की चेष्टा की। इतना ही नहीं नर्सिंग होम में लगे सीसीटीवी कैमरे को भी खोल दिया गया था। बहरहाल घटना की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी, टाउन थानाध्यक्ष अमर प्रसाद सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने आक्रोशित परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया और शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।

पुलिस ने मृतका के साथ साथ नाइट डयूटी कर रहे दो अन्य नर्सिंग होम कर्मियों का मोबाइल जब्त कर लिया और मामले की जांच प्रारंभ कर दी। सदर अस्पताल में तीन चिकित्सकों की टीम के द्वारा शव का पोस्टमार्टम किये जाने के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया। वहीं नर्सिंग होम कर्मियों का कहना था कि सदफ विगत डेढ़ वर्षों से नर्सिंग होम में काम कर रही थी। सोमवार रात डयूटी के बाद वह अपने कमरे में सोने चली गई थी। मंगलवार सुबह जब उसके कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो सहकर्मियों ने उसे जगाने की भरपूर चेष्टा की। लेकिन इसके बावजूद भी जब कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो सहकर्मी किसी अनिष्ट की आशंका से कांप उठे। कर्मियों ने नर्सिंग होम संचालक सहित चिकित्सक को घटना की जानकारी दी और कमरे का दरवाजा तोड़ दिया। लेकिन कमरे में प्रवेश करते ही उन्हें सदफ फांसी के फंदे से झूलती मिली।

किशनगंज :नर्सिंग होम में कार्यरत नर्स की मौत ,परिजनों ने किया हंगामा,जांच में जुटी पुलिस

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