कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):
शनिवार को तीसरी बार सर्वदलीय संघर्ष समिति द्वारा प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक,200 यूनिट बिजली फ्री देने सहित अन्य मांगों को लेकर शहर में जोरदार प्रदर्शन किया.प्रदर्शन में काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी.इस दौरान विद्युत विभाग के खिलाफ जमकर नारे लगाये गये.सर्वदलीय संघर्ष समिति का नेतृत्व कर रहे शहरी जनप्रतिनिधियों का कहना था कि,शहर में जब से स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है तब से अधिक बिल आने और जानकारी नही रहने के चलते बिजली गुल हो जाने की शिकायत आ रही है.इसको लेकर पूर्व में भी दो बार धरना प्रदर्शन किया गया और इस समस्या से जूझ रहे लोगों की जानकारी ज्ञापन के माध्यम से डीएम को भी दी गयी लेकिन,अबतक किसी भी स्तर से समस्याओं का समाधान नही हो पाया है.
अगर इसका निदान नही होता है तो प्रीपेड मीटर के खिलाफ यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगा.धरना में शामिल पूर्व नप अध्यक्ष अमरदेव सिंह ने कहा कि,शहरी उपभोक्ता एक तो ऐसे ही महामारी से त्रस्त और परेशान है ऊपर से अब विद्युत विभाग द्वारा शहर में स्मार्ट मीटर लगाने पर मनमानी किया जा रहा है और विभाग द्वारा स्मार्ट मीटर को लेकर आ रही समस्या का निदान नही किया जा रहा है.जिसके चलते जनता आक्रोशित है.इसलिये समिति की मांग है कि अन्य राज्यों की तरह ही बिहार में भी जरूरतमंदों को 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने,स्मार्ट मीटर पर रोक लगाने,विधुत विभाग द्वारा बरती जा रही अनियमितता व भ्र्ष्टाचार पर रोक लगाने और पुराने मीटर की तर्ज पर ही बिल का भुगतान लिया जाय.प्रदर्शन में शामिल बबलु तिवारी,
अमजद अली आदि का कहना था कि,विभाग द्वारा प्रीपेड मीटर के नाम पर ज्यादा बिजली बिल भेजा जा रहा है। बार-बार शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उपभोक्ताओं ने बिजली विभाग पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए कहा कि बिजली विभाग की ओर से पुराने मीटर को हटाकर प्रीपेड मीटर लगाया गया तो उन्हें लगा कि धांधली कम होगी, लेकिन जब से प्रीपेड मीटर लगा है विभाग में लूट-खसोट अत्यधिक बढ़ गया है.बताया कि प्रीपेड मीटर के नाम पर लोगों को बार-बार रिचार्ज करना पड़ रहा है और बिजली की अधिक यूनिट आने से गरीब जनता त्राहिमाम के कगार पर है.जिन बिजली उपभोक्ताओं को पहले 300 का बिल आता था, उनके घरों में 1500 से 2000 का बिल आने लगा और लोग उसका भुगतान करने को विवश हैं.प्रदर्शन में शामिल पूर्व नप अध्यक्ष बजरंग बहादुर सिंह ने बताया कि शहर में जो स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है उससे गलत बिल आ रहा है.जिसके चलते शहर के गरीब लोग,दिहाड़ी मजदूर सहित आम आदमी को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.बिजली बिल भरने के चक्कर मे गरीबों के घरों में खाने के लाले पड़ने लगे है.वैसे भी देश मे सबसे अधिक यूनिट खर्च बिहार में है.बिहार में लोगों से सरकार द्वारा 8 रुपये प्रति यूनिट बिजली बिल वसूला जा रहा है.शनिवार को लिच्छवी भवन पर आयोजित सर्वदलीय संघर्ष समिति के धरना प्रदर्शन में बलदाउ सिंह,बिरजू सिंह पटेल, वीरेंद्र सिंह,ओमप्रकाश गुप्ता, शफीक इदरीसी सहित काफी संख्या में महिलाएं व पुरुष शामिल रहे।