टेढ़़ागाछ (किशनगंज) /विजय कुमार साह
टेढ़़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हाटगांव पंचायत स्थित गोरिया धार पर बने बांस के चचरी पुल के सहारे लोग आवाजाही को विवश हैं। धार के दोनों तरफ प्रधानमंत्री मंत्री सड़क वर्षों पूर्व बनकर तैयार है। केवल पुल बनने का इंतजार है। वहीं स्थानीय लोगों ने जिला परिषद प्रतिनिधि अकमल समशी से गोरिया धार पर पुल बनाने को लेकर सहयोग करने की मांग की है। उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि जल्द पुल निर्माण को लेकर संबंधित अधिकारियों व सांसद विधायक से बात कर बरसात से पहले धार पर पुल निर्माण कराने की भरसक कोशिश करुंगा।
उन्होंने बताया कि जनप्रतिनिधियों व प्रशासन के अनदेखी के कारण आज तक इस धार पर पुल का निर्माण नहीं हो पाया है।ज्ञात हो की इस धार से दर्जनों गांव के लोगों का रोज आना जाना होता है। खासकर कालपीर पंचायत एवं हाटगांव व खनियाबाद पंचायत के लोगों के लिए प्रखंड मुख्यालय एवं जिला मुख्यालय जाने वाली यह एक मुख्य सड़क है। लेकिन सरकार द्वारा लाखों रुपया सड़क निर्माण में खर्च करने के बावजूद भी ग्रामीणों को इसका कोई सुविधा नहीं मिल पा रहा है जो चिंता का विषय है।
आज भी लोगों ध्वस्त बांस के चचरी पुल के सहारे जान जोखिम में डालकर आवाजाही को विवश हैं। बताते चलें कि हाटगांव से कालपीर पंचायत जाने वाली यह प्रधानमंत्री सड़क पिछले दो वर्षों से बनकर तैयार है, लेकिन पिपरा के पास छोटी सी गोरिया धार पर पुल नहीं बनने से यहां के लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
बरसात के समय में यहां के लोग नाव के सहारे आवागमन करने को लाचार होते हैं। बरसात के बाद ग्रामीण अपने स्तर से पैसों का जुगाड़ कर बांस का चचरी पुल किसी तरह से तैयार कर जैसे-तैसे आवागमन करते हैं।
स्थानीय लोगों ने दर्जनों बार विधायक और सांसद से गोरिया धार में पुल निर्माण की गुहार लगाई है, पर आज तक पुल नसीब नहीं हुआ। हमेशा से लोगों को सिर्फ भरोसा ही मिलता आया है। स्थानीय ग्रामीणों का अब वह भरोसा भी डगमगाने लगा है। ग्रामीणों में बेला टूडू, सुनील हेम्ब्रम, बरखा मुर्मू, ताला टूडू, सेम सोरेन, सूरज कुमार, बुधलाल हादसा आदि ग्रामीणों ने पुल निर्माण की मांग की है।