किशनगंज जिले का एक ऐसा गांव जहां दूल्हे लेकर नहीं जाना चाहते बारात ! जाने क्या है मामला।देखे वीडियो 

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ग्रामीण घर और सड़क को बचाने के लिए खुद ही कटाव निरोधी कार्य करने में जुटे

विधायक ने राज्य सरकार पर फोड़ा ठीकरा,कहा सरकार कर रही है सौतेला व्यवहार

किशनगंज /प्रतिनिधि 

देश में बड़े धूमधाम से आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है ।लेकिन 70 प्रतिशत मुस्लिम आबादी वाले किशनगंज जिले में एक ऐसा भी गांव है जो आज भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। इस गांव में दूल्हे अपना बारात लेकर नहीं आना चाहते जिस वजह से शादी की उम्र के बावजूद लड़किया कुंवारी है ।दरअसल गांव में आवागमन की कोई सुविधा नहीं है ।

बता दे की बहादुरगंज प्रखंड अंतर्गत निसंदरा पंचायत के खाड़ी टोला की जहा के ग्रामीण आज भी मूलभूत सुविधाएं से वंचित है ।ग्रामीणों का कहना है कि गांव में आवागमन का एक मात्र सहारा चाचरी पुल है और बरसात के दिनों में आवागमन पूरी तरह बंद हो जाता है। वही ग्रामीणों ने आगामी चुनाव में वोट बहिष्कार की बात कही है ,साथ ही कहना है कि चुनाव के वक्त नेता वोट मांगने आते है लेकिन चुनाव जीतने के बाद कोई सुधि लेने नहीं आता । कुछ दिनों में बरसात आने वाली है उससे पहले ही ग्रामीण अपनी ज़मीन बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे है ।ग्रामीणों के द्वारा यहां खुद ही कटाव निरोधी कार्य करवाया जा रहा है ताकि जमीन और घर को बचाया जा सके ।

ग्रामीण का कहना है कि तीन तरफ से रास्ता कट चुका है और एक रास्ता बचा हुआ है वो भी कटने की कगार पर है जिससे सभी काफी परेशान है ।इसलिए खुद ही सभी लोग कटाव निरोधी कार्य कर रहे है ।ग्रामीणों ने बताया कि कटाव से उनकी कई एकड़ ज़मीन नदी में समाहित हो चुकी है और अब घर भी नदी में विलीन होने की कगार पर पहुंच चुका है ।ग्रामीणों का कहना है कि सरकार पूरे मामले पर तुरंत ध्यान दे ताकि उनकी जमीनों को बचाया जा सके ।बच्चियों ने बताया की वो पढ़ना चाहती है लेकिन आवागमन की सुविधा नहीं होने से स्कूल नहीं जा पाती ।ग्रामीणों ने सीएम नीतीश कुमार से गुहार लगाते हुए कहा की सरकार उनकी समस्याओं पर ध्यान दे ताकि वो लोग भी खुली हवा में सांस ले सके।बता दे की यहां से  AIMIM के अंजार नईमी विधायक है ।पूरे मामले पर जब हमने उनसे बात किया तो उनका कहना है कि उनके द्वारा सीएम से लेकर तमाम अधिकारियो और विधान सभा में भी इस मामले को लेकर आवाज उठाया गया है लेकिन सरकार के द्वारा कोई ध्यान नही दिया गया है।वही उन्होंने बिहार सरकार पर सौतेलापन का व्यवहार करने का आरोप लगाया है।














किशनगंज जिले का एक ऐसा गांव जहां दूल्हे लेकर नहीं जाना चाहते बारात ! जाने क्या है मामला।देखे वीडियो 

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