अभियान के सफल संचालन को लेकर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई अधिकारियों की बैठक
प्राथमिकता के आधार पर उच्च एवं इंटरमीडिएट विद्यालयों पर आयोजित किये जाएंगे टीकाकरण सत्र स्थल
किशनगंज /प्रतिनिधि
राज्य के साथ जिले में भी 3 जनवरी से किशोरों के कोविड टीकाकरण की मुहिम लगातार जारी है। अबतक लक्ष्य का मात्र 18 प्रतिशत किशोरों का टीकाकरण हो पाया है। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों को टीकाकरण के सुरक्षा चक्र के अंदर लाने हेतु प्रयासरत है। अब निकट भविष्य में जिले में मैट्रिक के 16 हजार एवं इंटरमीडिएट के 10 हजार किशोरों के लिए परीक्षाएं होने वाली हैं। इस पर अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग के दिशानिर्देश के आलोक में सोमवार को जिले के 15 से 18 वर्ष तक के शतप्रतिशत किशोर एवं किशोरियों को सफलतापूर्वक कोविड- 19 वैक्सीन का टीका लगाने लिए जिला स्तरीय समन्वय बैठक जिला सभागार में जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश की अध्यक्षता में हुई।
बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि उक्त परीक्षाओं में 15 से 18 वर्ष के 26,000 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। ऐसे में लाभार्थियों की भीड़ जुटने से कोविड संक्रमण के प्रसार की संभावना है।
इसकी रोकथाम के लिए आवश्यक है कि सभी योग्य लाभार्थियों का टीकाकरण परीक्षा से पूर्व पूर्ण कर लिया जाये। इसे लेकर विशेष तैयारी करने की जरूरत है। इसके लिये अलग से सत्र आयोजित किये जायें। सभी हाईस्कूल व इंटरमीडिएट विद्यालयों में टीकाकरण सत्र का आयोजन का निर्देश उन्होंने दिया। युवाओं के टीकाकरण में केवल कोवैक्सीन का प्रयोग होना है। जिलाधिकारी ने कहा कि सत्र स्थलों पर विधि व्यवस्था के संधारण को लेकर सभी जरूरी इंतजाम सुनिश्चित कराये जायें।
निर्धारित आयु वर्ग की किशोरियों के टीकाकरण में उन्होंने आईसीडीएस व जीविका की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। अभियान की सफलता में उन्होंने सभी बीडीओ, एमओआईसी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, सीडीपीओ सहित अन्य को सामूहिक भागीदारी निभाते हुए अभियान के सफल संचालन का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कोविन पोर्टल पर लाभुकों के पंजीकरण के साथ-साथ सत्र स्थलों पर ऑन स्पॉट पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी।
बैठक में सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ,जिला शिक्षा पदाधिकारी सुभाष गुप्ता , जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आईसीडीएस कविप्रिया ,जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मंजर आलम , जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ मुनाजिम , जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी शशि भूषण , जिला योजना समन्वयक स्वास्थ्य विश्वजीत कुमार स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्था यूनिसेफ के एसएमसी, डब्ल्यूएचओ के एए सहित अन्य कर्मियों ने हिस्सा लिया।
सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश के आलोक में लिये गये निर्णय-
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के 15 से 18 वर्ष के किशोर एवं किशोरियों के अनुमानित लक्ष्य 1 लाख 46 हजार 524 को सफलापूर्वक कोविड- 19 की दोनों खुराक मिलने पाये। इसके लिए आयोजित समन्वय बैठक में यह निर्णय लिया गया कि जिले के सभी प्रखंडों में प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक प्रखंड विकास पदाधिकारी की उपस्थिति में अयोजित की जाय।साथ ही जिले में शिक्षा विभाग द्वारा नोडल शिक्षक प्रतिनियुक्त किया जाना सुनिश्चित किया जाय। एक दिन में अधिक से अधिक किशोर एवं किशोरियों को कोविड- 19 का टीका लग सके इसके लिए सूक्ष्म कार्य योजना बनायी जाएगी। किशोर एवं किशोरियों को प्रोत्साहित एवं जागरूक करने के लिए प्रखंड एवं जिला स्तर पर रैलियां एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाय। शिक्षक अभिभावक बैठकों का अयोजन करते हुए वर्त्तमान परिदृश्य में किशोर एवं किशोरियों के कोविड- 19 टीकाकरण की आवश्यकता एवं महत्ता पर विस्तार पूर्वक चर्चा की जाय।
किशोर एवं किशोरियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है कि इन्हें 28 दिनों के बाद ही कोविड- 19 की दूसरी खुराक दी जाय ताकि संभावित कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले इनको पूरी तरह से सुरक्षित किया जा सके। वहीं विद्यालय नहीं जा रहे इस आयुवर्ग के बच्चों के लिए आशा, आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदियों द्वारा सर्वे करते हुए सूचीबद्ध किया जाय ताकि आने वाले दिनों में इनका कोविड- 19 टीकाकरण हो सके। वहीं इस आयुवर्ग के जिले के किशोर एवं किशोरियां कोविन पोर्टल पर अपना पंजीकरण करते हुए जिले में चल रहे टीकाकरण सत्र स्थलों पर जाकर अपना टीका ले सकते हैं। कोविन पोर्टल पर इस आयुवर्ग का पंजीकरण जारी है।
युवाओं के टीकाकरण को लेकर की जा रही विशेष तैयारी :
सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने कहा कि 15 से 18 साल के युवाओं के टीकाकरण को लेकर सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये गये हैं। युवाओं को टीकाकरण के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से क्षेत्र में सघन जागरूकता अभियान के संचालन का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि युवाओं के टीकाकरण में कोवैक्सीन का प्रयोग ही किया जाना है। सभी सत्र स्थलों पर जरूरी लॉजिस्टिक व एईएफआई से संबंधित इंतजाम सुनिश्चित कराने को कहा गया है। इतना ही नहीं टीकाकरण के पश्चात कम से कम आधा घंटे तक सत्र पर लाभुकों का ठहराव सुनिश्चित कराने को कहा गया है।