झारखंड /सोहन सिंह
झारखंड के चाईबासा में पुलिस के हमले से या पुलिस की रणनीति से नक्सली बौखला गये हैं. बौखलाए नक्सली अब ग्रामीणों को मोहरा बना रहे हैं. और कोई पहला मौका नहीं है कि जो नक्सलियों ने ग्रामीणों को मोहरा बनाया है लेकिन पहली बार है जब नक्सली पोस्टर के साथ- साथ ग्रामीणों को चिट्टी लिख रहे है. चिट्टी लिख कर नक्सली अपनी बात से ग्रामीणों को अवगत करा रहे है कि भाकपा माओंवादी का ग्रामीण साथ दे और पुलिस और सरकार के खिलाफ आन्दोलन करे.
चाईबासा में पिछले दिनों मुठभेड़ में महिला नक्सली मारी गई थी और महिला नक्सली का बदला लेने के लिए ग्रामीणों को चिट्टी लिख कर आक्रोशित कर रहे है और अपने और मिलाने की कोशिश कर रहे है की ग्रामीणों के सहयोग से सरकार और पुलिस से बदला लिया जा सके.भाकपा माओवादी के चिट्टी पढ़ कर भाकपा माओवादी के बारे में आज की हकीकत का पता चलता है. भाकपा माओंवादी को कैडर की कमी है और कैडर की भर्ती करने में लगे है. ग्रामीण को अपनी बात मनाने के बाद संगठन में शामिल करा लेंगे. नक्सली आज इतना कमजोर हो गये है कि खुद बदला ना लेकर ग्रामीणों को चिट्टी लिख रहे है
चाईबासा पुलिस ने चिट्टी को बरामद किया है और ग्रामीणों का हौसला बढ़ाते हुए कहा है कि नक्सलियों से घबराने की जरूरत नहीं है पुलिस लगातार अभियान चला रही है.