राजेश दुबे
बिहार सहित देश में साइबर अपराध के बढ़ते मामले के बीच अब सेक्सटॉर्शन एक नया तरीका बनकर तेजी से बढ़ रहा है।साइबर अपराधी पहले बैंक फ्रॉड तक सीमित थे। लेकिन अपराधियों का यह नया तरीका चौंकाने वाला है।साइबर क्राइम पुलिस सूत्रों से पता चला है कि कोविड-19 के दौर में पिछले दो साल में सेक्सटॉर्शन के मामलों में तीन गुना तक इजाफा हुआ है।साइबर अपराधियों के निशाने पर हाई प्रोफ़ाइल लोग रहते है ।
साइबर अपराधी लोगों के अकेलेपन व तनाव का फायदा उठाकर उन्हें सेक्सटॉर्शन (नग्न तस्वीर या वीडियो को वायरल करने के नाम पर ब्लैकमेल करना) का शिकार बना रहे हैं।
इस तरह के अपराध में ज्यादातर मामलों में पीड़ित या पीड़िता खुद ही साइबर अपराधी के झांसे में आकर उससे अपनी न्यूड या अंतरंग तस्वीरें या वीडियो साझा कर देता है। इसके बाद उन्हीं वीडियो या फोटो के नाम पर साइबर अपराधी पैसों से लेकर न्यूड फोटो या वीडियो की डिमांड कर पीड़ितों को सेक्सटॉर्शन का शिकार बनाते हैं।
अपराधी तस्वीरों व वीडियो दुरुपयोग कर भी करते हैं सेक्सटॉर्शन
इसके अलावा कुछ मामलों में साइबर अपराधी पॉर्न साइट विजिट करने या सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपनी फोटो पब्लिक रखने वालों की तस्वीरों व वीडियो दुरुपयोग कर सेक्सटॉर्शन करते हैं। बदनामी के डर से लोग शिकायत दर्ज नहीं कराते लेकिन साइबर क्राइम अधिकारियों का मानना है कि ऐसे मामलों में डरने की बजाय पुलिस से शिकायत करने पर खुद के बचने के साथ ही अन्य किसी को इस परेशानी का सामना करने से बचाया जा सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऐसे मामलों की जांच में पाया गया है कि ज्यादातर कॉल राजस्थान के मेवात और भरतपुर के दूरदराज के क्षेत्रों में बैठे गिरोह चला रहे हैं। पुलिस लगातार ऐसे लोगों पर कार्रवाई कर रही है।बता दे कि इनकी नजर ऐसे लोगो पर रहती है जो सोशल मीडिया पर अधिक सक्रिय रहते है। फेसबुक पर एक अनजान लड़की पहले फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती है और उसके बाद सारा खेल शुरू हो जाता है।
फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने के बाद लड़की के द्वारा आपका वॉट्सएप नंबर मांगा जाता है उसके बाद लड़की वीडियो कॉल करती है ।वीडियो कॉल में बात करने के बाद झांसे में लिया जाता है और ब्लैक मैलिंग शुरू हो जाती है ।नाम नहीं छापने के शर्त पर दर्जनों लोगों ने अपनी कहानी न्यूज लेमनचूस से साझा करते हुए बताया कि वो कैसे ठगी के शिकार हुए है ।लेकिन लोकलाज के डर से इन लोगो के द्वारा पुलिस से शिकायत नहीं की गई ।
सोशल प्लेटफार्म पर सतर्कता से होगा बचाव
सोशल मीडिया और इंटरनेट के इस्तेमाल के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है। अंजान लिंक या पॉर्न साइटों से दूरी बनानी जरूरी है। इसके अलावा अंजान लोगों से वीडियो कॉल करने से भी बचना चाहिए। अगर ऐसी कोई शिकायत हो तो पैसे देने की बजाय पुलिस से संपर्क करना चाहिए ताकि उन्हें इस नई तरह की ब्लैकमेलिंग से बचाया जा सके। इस पूरी कवायद में साइबर क्राइम पुलिस लोगों की निजता का खास ध्यान रखती है।