किशनगंज :जनप्रतिनिधियों का सहयोग नहीं मिला तो आपसी सहयोग से चंदा इकट्ठा कर ग्रामीण कर रहें हैं चचरी पुल का निर्माण

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किशनगंज /संवादाता

जनप्रतिनिधियों का सहयोग नहीं मिला तो आपसी सहयोग से चंदा इकट्ठा कर ग्रामीण कर रहें हैं चचरी पुल का निर्माण। मामला जिले के दिघलबैंक प्रखंड क्षेत्र अंर्तगत धनतोला पंचायत के सीमावर्ती खरवालटोला,रिपुटोला गांव तक जाने वाली कच्ची सड़क पर ध्वस्त पुल का है। जहां पांच वर्ष पूर्व 2016 में आयीं बाढ़ में पुल पूरी तरफ से घ्वस्त हो गया था। तब से सीमावर्ती क्षेत्र के खलवालटोली, रिपुटोला गांव के करीब पंद्रह सौ की आबादी बरसात के दिनों में घ्वस्त पुल के नीचे से अपनी जान जोखिम में डालकर गांव से बाहर मुख्य सड़क तक निकलने को मजबूर है।






पांच वर्ष से पुल निर्माण की आस लगाए थक हार चूकें ग्रामीण मो. इदरीश, मो.सफीकुल,आइसुर रहमान,तफेजुल हक, मंटू, इस्माईल, राहुल,फिरोज आलम सहित दर्जनों गांव के लोग गुरुवार को अपने स्तर से झिमझिम बारिस के बीच बांस बल्ले की व्यवस्था कर चचरी पुल के निर्माण में लग गए हैं। अपनी तकलीफ भास्कर को बतातें हुए ग्रामीणों का कहना है कि कजला मुख्य सड़क से खरवालटोली के बीच 2016 में आयीं बाढ़ में पुल घ्वस्त हो गया था। तभी से प्रत्येक बरसात में गांव वालों परेशानी झेल रहें हैं।






यही परेशानी थोड़ी कम हो इसलिए चचरी पुल का निर्माण कर रहें हैं। लोगों ने बताया कि सड़क और पुलिया के अभाव में गांव के लोग अपने दो पहिया वाहनों को बगल के गांव के दूसरे के घरों में रखते हैं क्या पता रात बयार किसको कब जरूरत पर जाय।

लोगों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि उनके गांव के साथ सौतेला व्यवहार करते आ रहें हैं। क्षेत्र भ्रमण के समय सड़क ओर पुल निर्माण खूब भरोसा देते है पर गांव से जाते ही सब भूल जाते है।






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