किशनगंज /विजय कुमार साह
टेढागाछ प्रखण्ड के खनियाबाद व चिल्हनियाँ ,हवाकोल मटयारी, पंचायत के सुहिया में रेतुआ नदीं एवं मटियारी में कनकई नदी है। यहां पर 2 किमी के दायरे में कई चचरी पुल नजर आएंगे टेढागाछ प्रखंड क्षेत्र के हाटगांव पंचायत के गोड़िया धार पर दर्जनों स्थानीय ग्रामीणों ने पुल निर्माण मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बरसात से पहले पुल निर्माण होना चाहिए नहीं तो होगी आंदोलन आपको बताते चलें कि गोरिया धार के दोनों तरफ 5 साल पूर्व प्रधानमंत्री सड़क बनकर तैयार है।

लेकिन 5 वर्षों से गोरिया धार में पुल नहीं बन सका है, जिसके कारण दर्जनों गांव के लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। 6 महीना चचरी पुल से आवागमन करते हैं, उसके बाद बरसात के दिनों में जान जोखिम में डालकर नाव की सवारी करते हैं। अगर गोरिया धार पर पुल बन जाता है तो बेरिया, चिचोरा, खानियाबाद, काशीवाड़ी, पिपरा, जरियाभिटटा,बीबीगंज, कालपीर, इत्यादि पंचायतों एवं गांवों के लोगों को प्रखंड मुख्यालय एवं जिला मुख्यालय से जुड़ जाएंगे।
वहीं समाजसेवी अकमल शमशी ने बताया कि जिस पंचायत मे स्वतंत्रता सेनानी जहान अली मस्तान का जन्म हुआ हो उस पंचायत में एक पुल के लिए लोग आज भी तरस रहे हैं। उनके पूर्वज भी पुल निर्माण करने की मांग की है। समसी ने कहा कि अगर गेड़िया धार पर पुल बरसात से पहले कार्य शुरू नहीं हुआ तो ग्रामीण धरना प्रदर्शन करेंगे। पुल को लेकर दर्जनों ग्रामीणों ने नारेबाजी कर पुल निर्माण की मांग की है। टेढ़ागांछ प्रखंड क्षेत्र में अधिकतर चचरी पुल ही नजर आएंगे समाजसेवी अकमल शम्सी ने बताया कि सदियों से यह सिलसिला जारी है साल के 6 महीने इसी तरह से लोग सफर करते हैं। बाकी दिनों में जान हथेली पर रखकर नाव से नदी पार करते है। लोगों ने प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सुधि लेने की मांग की है।