किशनगंज :राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर सेमिनार का हुआ आयोजन,महामारी के दौरान पत्रकारों की भूमिका को जिला पदाधिकारी ने सराहा

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किशनगंज /संवादाता

सोमवार  को किशनगंज प्रेस क्लब में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के मौके पर सेमिनार का आयोजन डीएम डॉ आदित्य प्रकाश की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर जिले के प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि शामिल हुए। सेमिनार में शामिल जिलाधिकारी द्वारा राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर सभी मीडिया प्रतिनिधियों को शुभकामनाएं दी गई । 

डीएम डॉ आदित्य प्रकाश ने कहा कि वैश्विक कोरोना महामारी के दौरान मीडिया की अहम भूमिका रही है। प्रिन्ट एवं इलेक्ट्राॅनिक मीडिया द्वारा कोविड-19 की रोकथाम हेतु किये जा रहे सरकारी प्रयास से आमजन को लगातार अवगत कराया जाता रहा है। डीएम डॉ आदित्य प्रकाश ने कहा कि आमजन तक छोटी सी छोटी जानकारी पहुंचाने हेतु प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया का अत्यंत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

मीडिया प्रतिनिधियों ने कोरोना महामारी के दौरान मास्क, फेस कवर, ग्लब्स, सैनेटाइजर आदि बचाव के तरीकों को अपनाते हुए पूरी ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्य पथ पर अडिग रहे और कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को रोकने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।डीएम ने कहा किआज प्रिन्ट, इलेक्ट्रोनिक मीडिया के साथ-साथ सोशल मीडिया पर अगर कोई गलत खबर चल जाती है तो इसका बहुत खराब प्रभाव पड़ता है। इसलिए कोई भी खबर लिखने में काफी सजगता एवं सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने सोशल मीडिया पर सही तथ्यों के साथ खबरों का प्रसारण करने की बात कही है।जिला पदाधिकारी ने कहा कि तथ्यपरकता, यथार्थवादिता, संतुलन एवं वस्तुनिष्ठता इसके आधारभूत तत्व हैं।

किसी भी खबर को लिखने से पहले इन सारी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।साथ ही कहा कि राष्ट्रीय प्रेस दिवस , प्रेस की स्वतंत्रता एवं जिम्मेदारियों की ओर भी हमारा ध्यान आकृष्ट करता है। इसके साथ ही, प्रशासन एवं प्रेस को मिलकर समाज, जिला, राज्य एवं देश के तरक्की में अपना बहुमूल्य योगदान देना चाहिए।  जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान आप सभी जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, चिकित्सीय अधिकारी के साथ एक कोरोना योद्धा की तरह कार्य किये हैं, जो अत्यंत ही सराहनीय है। जिलाधिकारी विचारो पर आधारित भ्रामक समाचार पर अंकुश लगाने की आवश्यकता बताई।   

साथ ही, रंजीत कुमार ,वरीय उप समाहर्त्ता सह जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी ने कहा कि 16 नवंबर 1966 को ही भारतीय प्रेस परिषद ने काम करना शुरू किया था। यह परिषद एक निगरानी संस्था है जो यह सुनिश्चित करती है कि प्रेस उच्च मानकों को बनाए रखें और किसी प्रभाव एवं धमकी के आगे नहीं झूके।  अतएव उक्त दिवस 16 नवंबर को प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रूप में मनाया जाता है।

आज पत्रकारिता का क्षेत्र व्यापक हो गया है।उन्होंने कहा कि मीडिया को समाज का दर्पण एवं दीपक दोनों माना जाता है। प्रेस लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ है।वहीं इस मौके पर  प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुखसागर सिन्हा,वरिष्ठ पत्रकार सुबोध साहा ,पत्रकार अजहर रहमानी ने परिचर्चा में कोविड महामारी के दौरान मीडिया की भूमिका पर विचार रखा।

प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री शुख सागर नाथ सिन्हा ने कहा कि जिले के मीडिया प्रतिनिधि कोरोना महामारी के दौरान पूरी सावधानी बरतते हुए जिला प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर लड़े हैं। इस कार्य में जिलाधिकारी की अत्यंत ही महत्वपूर्ण भूमिका रही।परिचर्चा के दौरान कुछेक मीडिया प्रतिनिधियों द्वारा कुछ मुद्दे उठाये गये। इस पर  जिलाधिकारी ने उसका शीघ्र निराकरण हेतु आवश्यक तंत्र विकसित करने तथा मासिक बैठक प्रेस क्लब में आयोजित कराने की बात कही।

इस अवसर पर डीएम के अतिरिक्त रंजीत कुमार,डीपीआरओ,विकास कुमार ,निदेशक डीआरडीए,सुबोध कुमार,जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी,मनीरूल शेख उप निर्वाचन पदाधिकारी , पत्रकार शंभू रविदास ,मुनव्वर आलम,पिंटू कुमार ,अली रजा सिद्दीक़ी ,आकाश झा , मोबिद आलम,एवं प्रेस क्लब सचिव अवधेश झा सहित प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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किशनगंज :राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर सेमिनार का हुआ आयोजन,महामारी के दौरान पत्रकारों की भूमिका को जिला पदाधिकारी ने सराहा

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