अररिया के सभी पंचायतों में जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा.
अररिया /बिपुल विश्वास
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत महागठबंधन के प्रमुख नेता पुर्णिया में 25 फरवरी को आयोजित होने वाली एकता रैली में मौजूद रहेंगे. इस रैली से 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए शंखनाद किया जाएगा. उक्त बातें राजद जिलाध्यक्ष सुरेश पासवान ने सोमवार को एक पत्रकार सम्मेलन में कहीं. उन्होंने कहा केंद्रीय बजट में बिहार की उपेक्षा और नाइंसाफी के सवाल पर महागठबंधन ने केंद्र सरकार के खिलाफ सीमांचल से हल्ला बोलने की घोषणा की है. 25 फरवरी को पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन की रैली होगी.
साथ ही महागठबंधन की ओर से लोकसभा चुनाव का शंखनाद भी होगा.इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत महागठबंधन के तमाम प्रमुख नेता शामिल होंगे. पत्रकारों को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने बिहार के साथ साथ सीमांचल के साथ सौतेला व्यवहार व बजट में उपेक्षा करने का आरोप केंद्र सरकार पर लगाया. उन्होंने कहा आमान परिवर्तन के नाम पर फारबिसगंज सहरसा रेलखंड पर पिछले 14 -15 सालों से रेल सेवा बंद पड़ा है.
अररिया सांसद पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद के कार्यों को गिनती करा कर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं. जोगबनी से बीजेपी के कार्यकाल में एक भी लंबी दूरी की ट्रेनों का परिचालन नहीं होना उनके विकास कार्यों को दर्शाता है. इस मौके पर राजद नेता क्रांति कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भाजपा तथा उसके सहयोगी दल के सांसदों द्वारा बिहार के हितों पर चुप्पी साधने से जनता में आक्रोश बढ़ रहा है.
बिहार की घोर उपेक्षा, संघीय व्यवस्था पर हमला, विशेष राज्य का दर्जा और पैकेज नहीं मिलना, गैरभाजपा शासित राज्यों के साथ उपेक्षा का करारा जवाब रैली के माध्यम से भाजपा व केंद्र सरकार को मिलेगा.रैली से परिवर्तन का आगाज होगा. उन्होंने कहा रैली में महागठबंधन भाजपा के झूठ का पर्दाफाश करेगा. बहुजन मुक्ति पार्टी नेता विद्यानंद पासवान ने कहा रैली में संविधान, लोकतंत्र को बचाने का संकल्प लिया जाएगा.
रैली का उद्देश्य सांप्रदायिक विभाजन की राजनीति को जवाब देना है. ऐतिहासिक रैली देश में परिवर्तन की सूत्रपात करेगी. रैली को लेकर अररिया जिला के सभी पंचायतों में जनसंपर्क अभियान चला कर अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं को रैली में भाग लेने की अपील की जाएगी. राजद जिलाध्यक्ष ने कहा अररिया जिला से ज्यादा भागीदारी हो इसको लेकर कार्य किए जा रहे हैं.