
अररिया /बिपुल विश्वास
प्राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के सभी सड़कों का निर्माण पूरा करने का दावा भले किया जाता हो. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केशरी उर्फ मंचन केशरी द्वारा सैकड़ों सड़कों का शिलान्यास समारोह आयोजित कर किया गया. कई सड़कों का निर्माण कार्य शुरू हो गया तो कुछ सड़क बन कर तैयार हो गया जिस पर लोगों का आवागमन चालू है. लेकिन विधानसभा क्षेत्र में ऐसे भी सड़क है जो शिलान्यास के बावजूद आज तक नहीं बन सका है.

इस सड़क में एक हैं पोठिया में जहां शिलान्यास के वर्षों बाद भी सड़क का निर्माण नहीं किया गया है. पोठिया से एससी एसटी टोला तक लगभग 1.300 किमी लंबी सड़क का लगभग 112.41348 की लागत से सड़क का निर्माण कार्य करना है. योजना प्रारंभ की तिथि 18.06.2021 है और इस का कार्य 17.06.2022 तक समाप्त कर देना है. इस के बावजूद सड़क का निर्माण कार्य नहीं किया गया है. सड़क निर्माण कार्य पूरा नहीं होने से स्थानीय लोगों में खासा आक्रोश देखा जा रहा है विभागीय उदासीनता के कारण सड़क का निर्माण कार्य नहीं किए गए हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है अगर संवेदक समय पर कार्य नहीं करती है तो विभाग के अधिकारियों को कार्रवाई करनी चाहिए. लेकिन इससे भी विभाग के अधिकारी गुरेज करते हैं. फारबिसगंज विधायक के द्वारा किए गए शिलान्यास का शिलापट इस स्थान पर टूटा पड़ा हैं. वही इस सब मामले को लेकर फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केसरी उर्फ मंचन केसरी ने कहा ऐसे संवेदक पर विभाग को कार्रवाई करनी चाहिए. इस सड़क के बन जाने से इस इलाके के लोगों को काफी लाभ मिलेगा.
उन्होंने कहा शिलान्यास के बाद सड़क का निर्माण नहीं करना काफी दुखद बात है. इस मामले को विधानसभा में रखा जाएगा.इस मामले पर विभागीय जेई की माने तो इस सड़क का अब तक निर्माण क्यों नहीं हुआ है इसको लेकर जांच की जाएगी.वहीं दूसरी ओर फारबिसगंज के सायरा नगर मेंं. फारबिसगंज से रामपुर जाने वाली सड़क जिस का शिलान्यास बड़े ही धूमधाम से किया गया था. शिलान्यास के बाद कई माह बीत गए शिलापट्ट भी टुट चुका है लेकिन सड़क का निर्माण नहीं हुआ. शिलान्यास के बाद भी सड़कों का निर्माण नहीं होने से लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है.
फारबिसगंज का सबसे महत्वपूर्ण सड़क अम्हारा खवासपुर मुरमल्ला सड़क मार्ग की स्थिति भी बद से बदतर हैं. पूर्वी इलाके से फारबिसगंज प्रखंड मुख्यालय आने जाने में लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता हैं. इस इलाके के लोगों के लिए यह सड़क लाइफ लाइन हैं. इस सड़क के स्टेट हाईवे का दर्जा नहीं मिलने से लोगों में खासी नाराजगी है.