पानी के अभाव में सुख रही फसल एवं खेती नहीं किये किसानों को मिलेगा मुआवजा- कृषि मंत्री

बेहतर न्यूज अनुभव के लिए एप डाउनलोड करें

कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):

स्थिति का आकलन करने के बाद यदि आवश्यकता पड़ा तो सूखा घोषित किया जायेगा। इसके पहले किसानों को सहायता दिया जायेगा। जो किसान पानी के अभाव में खेती नहीं किये है और जो किसान खेती किये है और इनका फसल सूख रहा हैं दोनों तरह के किसानों का आकलन कर आपदा के तहत मुआवजा दिया जायेगा। उक्त बातें शुक्रवार को जिले के मोहनिया शहर के प्रोजेक्ट शांति बालिका विद्यालय में कार्यक्रम के बाद प्रेसवार्ता में कैमूर पहुंचे रामगढ़ विधायक सह कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कही।

उन्होंने कि मैं इतिहास के उस दौर में मंत्री पद का शपथ लिया हूं। जब सैकड़ों साल में एक बार अकाल आता है। उस भयानक अकाल में हम कार्यभार बीच दौर में संभाले हैं। बिहार के किसान जिन्होंने खेती में पूंजी लगाया है। वह वापस आ जाये, हम उस चुनौती को स्वीकार करते हैं और जहां परती खेत है और पानी के अभाव में खेती नहीं हुआ है वहां आपदा के जरिये किसानों तक राहत का काम करेंगे।

अगले फसल के खेती के लिए बीज और खाद देने का कार्य करेंगें। उन्होंने कहा कि मैं भी किसान हूं और किसान का बेटा हूं। स्वभाविक है कि हम किसानों के पक्ष में फैसला लेंगे। जिस दिन लगेगा कि मैं किसानों के हक में फैसला लेने में असमर्थ हूं। उस दिन इस कुर्सी पर नहीं रहूंगा।

पानी के अभाव में सुख रही फसल एवं खेती नहीं किये किसानों को मिलेगा मुआवजा- कृषि मंत्री