सुबह 10 बजे से दोपहर 02 बजे तक होगा केंद्रों का संचालन।
- कोविड दिशा -निर्देश के साथ खोले जायेंगे केंद्र
- अभिभावकों की सहमति के बाद ही आंगनबाड़ी में आयेंगे बच्चे
किशनगंज /प्रतिनिधि
सोमवार से जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन फिर शुरू होगा । आईसीडीएस निदेशक के निर्देशानुसार डीपीओ कविप्रिया ने जिले के सभी सिडिपियो को 15 नवंबर से पूर्व की तरह केंद्र का संचालन शुरू कराने का निर्देश दिया गया है। इसे लेकर जरूरी तैयारियां की जा चुकी हैं। लिहाजा आंगनबाड़ी केंद्रों पर लगभग 20 माह बाद फिर से बच्चों की किलकारियां गूजेगी। गौरतलब है कि वैश्विक महामारी की वजह से मार्च 2020 से आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन बंद है। इससे आंगनबाड़ी केंद्र के माध्मय से बच्चों को दी जाने वाली स्कूल पूर्व शिक्षा सहित अन्य गतिविधियां प्रभावित हुई। सितंबर माह में आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में 15 नवंबर से केंद्रों का संचालन फिर से संचालित किये जाने का निर्देश प्राप्त है। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जरूरी सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित कराने का निर्देश प्राप्त है।
कुल क्षमता 50 फीसदी बच्चे ही एक साथ केंद्र पर होंगे उपस्थित :
आईसीडीएस डीपीओ कविप्रिया ने कहा कि ‘मास्क लगाओ- दूरी बनाओ, आंगनबाड़ी में इसे अपनाओ’ को आंगनबाड़ी केंद्र खुलने पर विशेष तरजीह के साथ सुरक्षित माहौल में केंद्रों का संचालन सोमवार से शुरू किया जायेगा। जिले में आंगनवाडी का सञ्चालन सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को 03 से 05 वर्ष के बच्चे व मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को 05 से 06 साल के बच्चे केंद्र के माध्यम से संचालित शैक्षणिक व अन्य गतिविधियों में भाग लेंगे। किसी भी केंद्र पर कुल क्षमता का 50 फीसदी अधिक बच्चे उपस्थित नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र का संचालन शुरू होने से पूर्व परिसर की सफाई व सैनिटाइज करने का निर्देश दिया गया है। केंद्रों पर संक्रमण की पहचान व रोकथाम संबंधी सरकारी निर्देश का सार्वजनिक प्रदर्शन सुनिश्चित कराया जायेगा। साथ ही यह सुनिश्चित किया जायेगा कि सेविका, सहायिका सहित केंद्र पर आने वाले अभिभावक मास्क का उपयोग करें व अपना चेहरा ढक कर रखें। गर्भवती महिलाएं, अस्वस्थ व 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों का केंद्र पर प्रवेश निषेध होगा।
बच्चों की उपस्थिति से पूर्व अभिभावकों की अनुमति जरूरी :
आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों की उपस्थिति से पूर्व उनके अभिभावकों की अनुमति ली जायेगी। केंद्र पर नामांकित बच्चों के अभिभावकों से उनके स्वास्थ्य संबंधी अद्यतन स्थिति, हालिया यात्रा से संबंधित स्वघोषित घोषणा पत्र लिया जायेगा। जिला पोषण समन्वयक कुणाल कुमार ने बताया कि केंद्र खुलने से पूर्व सेविका संबंधित क्षेत्र में गृह भ्रमण करते हुए बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र भेजने के इच्छुक अभिभावकों की सूची सहमति पत्र संकलित करते हुए रिपोर्ट संबंधित परियोजना कार्यालय में जमा करेंगी। साथ ही केंद्र पर इंडोर व ऑउटडोर खेल के दौरान उन खेलों को ज्यादा तरजीह दी जायेगी। जिसमें बच्चों का एक दूसरे को छूने की जरूरत नहीं पड़े। केंद्रों पर गर्म पका भोजन भंडारण, तैयारी और वितरण के दौरान स्वच्छता एवं सामाजिक दूरी का पालन सुनिश्चित करना है. ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस के दौरान ग्रोथ मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के दौरान हाथों की नियमित सफाई तथा वजन मशीन का सेनेटाइजेशन आवश्यक है. आंगनबाड़ी केंद्र के सभी गेट को आगमन एवं प्रस्थान के समय खुला रखा जायेगा जाये ताकि एक जगह भीड़ जमा नहीं हो. बच्चों को परस्पर एक दूसरे का मास्क अदला बदली नहीं करने के लिए निर्देश देने की बात कही गयी है. सभी बच्चों को आंख, नाक, कान, मुंह आदि छूने से बचने एवं कफ, सर्दी, बुखार आदि के बारे में जानकारी दी जानी है. बच्चों को जहां तहां नहीं थूकने के सलाह देने की बात कही गयी है. यदि आंगनबाड़ी केंद्र पर चम्मच उपलब्ध हों तो यथा संभव गर्म पका भोजन खाने समय चम्मच के प्रयोग करने की भी बात कही गयी है.