किशनगंज /विजय कुमार साह
टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के चिल्हनियॉ पंचायत अंतर्गत कुवाड़ी सत्संग मंदिर प्रांगन में एक दिवसीय वार्षिक संतमत सत्संग का इलाके के श्रद्धालुओं ने लाभ उठाया । इस प्रांतीय स्तरीय एक दिवसीय संतमत सत्संग में रविवार संध्या को परम पूज्य स्वामी केदार नाथ जी महाराज ने प्रवचन के माध्यम से बताया की भक्ति करने की कोई उम्र नहीं होती। बल्कि अधिक उम्र और बुजुर्ग अवस्था में भक्ति करने में कई प्रकार की कठिनाइयां भी होती है। इसलिए शुरू से ही भक्ति करनी चाहिए।
श्रद्धालु अपने बच्चों में बचपन से ही सद्विचार और सत्संगति के गुणों को जागृत करें । पढ़ाई के साथ साथ संस्कार, भक्ति , सछ्वावना भी नितांत आवश्यक है । जिससे कि तन मन पवित्र और शांत होगा। जब व्यक्तियों का दिमाग ठंडा रहेगा तो समाज भी सदविचार में संलग्न रहेगा । ईश्वर को कहीं खोजने की आवश्यकता नहीं है । प्रत्येक मनुष्य के अंदर आत्मा रूपी परमात्मा अव्यक्त रूप में छिपा हुआ है । सिर्फ और सिर्फ महसूस करने की आवश्यकता है। इसलिए कहा भी गया है आरति तन मंदिर में की जै। और इसी तर्ज पर सत्संग करना चाहिए । जिससे कि निश्चित रूप से सद्गति मिल सके । अपने गांव आस-पड़ोस या जहां कहीं भी यह पता चले कि कोई भी धार्मिक कार्य ध्यान , भजन , सत्संग , कीर्तन आदि ज्ञानवर्धक या धार्मिक कार्यक्रम होता रहे तो निश्चित रूप से कुछ ना कुछ समय निकालकर हर परिस्थिति में भाग लेना चाहिए । सही व्यक्ति का यही असली धन होता है। स्वामी केदार नाथ जी महाराज सहित संतों ने भी प्रवचन के माध्यम से श्रद्धालुओं को जानकारी दिया ।
इस कार्य में वरिष्ठ सत्संगी व ग्रामवासी
झरी लाल मंडल, विनोद कुमार मंडल, पवन लाल सिंह, विवेकानंद मंडल, साहेब लाल मंडल, परमेश्वर प्रसाद मंडल, रामेश्वर मंडल, राजेश कुमार मंडल, जगदीश प्रसाद मंडल, प्रकाश कुमार मंडल, रोहन लाल मंडल आदि सम्पूर्ण ग्रामीण सहयोग कर रहे हैं।सत्संग में प्रखंड क्षेत्र के भी दर्जनों गांवों के सैकड़ों श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। सत्संग स्थल पर पेयजल , सुरक्षा व्यवस्था , भोजन , आवास की भी व्यवस्था की गई है।