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किशनगंज सिविल सर्जन कार्यालय में काम करते दिखे निलंबित लिपिक उमेश चौधरी

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एक साल पहले भ्रष्टाचार के आरोप में किया गया था निलंबित

किशनगंज/प्रतिनिधि

किशनगंज सिविल सर्जन कार्यालय के निलंबित लिपिक उमेश चौधरी के कार्यालय में कार्य करने का मामला प्रकाश में आया है।मालुम हो की उमेश चौधरी को लगभग 1 साल पूर्व भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किया गया था ।लेकिन गुरुवार को वो पूर्व की तरह कार्यालय में रजिस्टर पलटते देखे गए ।इस संबंध में जब उनसे पूछा गया की आप निलंबित होने के बावजूद कार्यालय में क्या कर रहे हैं तो वो पत्रकार पर ही भड़क गए ।

उमेश चौधरी ने कहा की वो आज चार्ज देने के लिए आए है। जबकि जिसे वो चार्ज देने पहुंचे थे तो वो कर्मी वहा मौजूद ही नही था ।वही पूरे मामले पर राजद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष दानिश इकबाल ने अस्पताल प्रशासन के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की जिस व्यक्ति को भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किया गया वैसा व्यक्ति कार्यालय संभाल रहा है ।

यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।उन्होंने कहा की सदर अस्पताल में खुलेआम धांधली हो रही है । श्री इकबाल ने कहा की इनके ऊपर कितने लोग है सभी की जांच होनी चाहिए ।वही पूरे मामले पर सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार से जब बात की गई तो उन्होंने कहा की उमेश चौधरी चार्ज देने आए थे

किशनगंज सिविल सर्जन कार्यालय में काम करते दिखे निलंबित लिपिक उमेश चौधरी

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