लोक आस्था के महापर्व को लेकर बाजारों में बढ़ी रौनक
पूर्णिया से छठ पूजा पर विशेष रूप से बांस की टोकरी बनाने पहुंचते है कारीगर
मुस्लिम बहुल किशनगंज जिले में लोक आस्था के महापर्व को लेकर बाजार में रौनक बढ़ चुकी है। छठ पूजा को लेकर बड़े पैमाने पर तैयारी की जा रही है ।छठ मैया के गीतों से वातावरण भक्तिमय हो गया है।
बता दे की छठ पूजा में बांस से बनी टोकरी और सूप का अत्यधिक महत्व है।टोकरी और सूप के बिना छठ पूजा अधूरा है ।दुर्गापूजा के बाद से ही छठ व्रत करने वाले श्रद्धालु टोकरी और सूप की खरीददारी में जुट जाते है। डिमांड को देखते हुए जिले के कारीगरों के साथ साथ किशनगंज में निकटवर्ती पूर्णिया जिले के अनगढ़ सहित अन्य स्थानों से भी कारीगर यहां टोकरी और सूप के निर्माण हेतु पहुंचते है और दिन रात एक करके इनके द्वारा टोकरी और सूप का निर्माण किया जाता है।
गौरतलब हो की 17 नवंबर यानी शुक्रवार से नहाए खाय के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व आरंभ होने वाला है जिसे देखते हुए कारीगर दिन रात टोकरी और सूप का निर्माण किया जा रहा है। कारीगरों ने बताया की बीते साल की तरह इस साल बिक्री थोड़ी कम है ।
कारीगरों ने बताया की हर साल दुर्गा पूजा के बाद यहां आते है और छठ पूजा तक टोकरी और सूप का निर्माण करते है ।मालूम हो की इस साल टोकरी की कीमत 150 से 200 रुपए है ।हालाकि कारीगरों को उम्मीद है की अभी तीन दिन शेष है और बाकी बचे दिनों में अच्छी बिक्री होगी ।इस लिए निर्माण कार्य में छोटे छोटे बच्चे भी जुटे हुए है ।