किशनगंज /प्रतिनिधि
किशनगंज के नर्सिंग होम नीम हकीम खतरे जान वाली कहावत चरितार्थ कर रहे है। कुकुर मुत्ते की तरह खुले इन नर्सिंग होम में सुविधा के नाम पर कुछ नही रहता और जब मरीज की हालत बिगड़ती है तो अपना पल्ला झाड़ते हुए तुरंत उन्हें रेफर कर दिया जाता है ।दरअसल ताजा मामला शहर के पश्चिम पल्ली स्थित नोवा हेल्थ केयर का है ।जहा बहादुरगंज प्रखंड के गोपालपुर निवासी संगीता देवी को प्रसव पीड़ा के बाद भर्ती करवाया गया था।
जहा प्रसूता की सर्जरी के बाद उसकी हालत बिगड़ गई जिसके बाद आनन फानन में महिला चिकित्सक डा गौरी रानी के द्वारा रेफर करने की बात कही गई ।जिससे नाराज परिजनों ने जम कर हंगामा किया ।परिजनों ने कहा की नर्सिंग होम में उनसे पचास हजार रुपया लिया गया अगर उनके मरीज के शरीर में खून नही था तो आखिर ऑपरेशन क्यों किया गया। इस दौरान प्रसूता के परिजन दहाड़ मार कर मौके पर रोने लगे जिससे आस पास के लोगो की भीड़ जुट गई ।
मौके पर मौजूद लोगो के द्वारा भी चिकित्सक के इस कार्यशाली की निंदा की गई ।वही चिकित्सक डॉ गौरी रानी ने आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा की पहले ही परिजनों को प्रसूता की स्थिति से अवगत करवाया गया था। इस दौरान करीब एक घंटे तक हंगामा चलता रहा ।जबकि प्रसूता को उसके परिजन आनन फानन में हायर सेंटर ले गए है ।प्रसूता की स्थिति फिलहाल गंभीर बनी हुई है ।देखने वाली बात होगी की स्वास्थ्य विभाग आखिर कब ऐसे सुविधा विहीन नर्सिंग होम पर कारवाई करती है ।