किशनगंज /टेढ़ागाछ/विजय कुमार साह
टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र में बहने वाली नदियों का जलस्तर कम होने के बाद तबाही का मंजर दिखने लगा है ।मालूम हो की सोमवार रात से शुरू हुई बारिश बुधवार को समाप्त हो गया जिसके बाद शुक्रवार को जल स्तर में काफी कमी आई है ।लेकिन रेतुआ, कंनकई और गोरिया नदी में आए विनाशकारी बाढ़ से प्रखंड क्षेत्र की कई सड़के , कलवर्ट पूरी तरह ध्वस्त हो चुके है जिससे आने जाने में काफी कठिनाइयों का सामना ग्रामीणों को करना पड़ रहा है । बाढ़ की वजह से ग्रामीणों के साथ साथ सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।
प्रखंड के हवाकोल, चिल्हनिया,सुहिया,आमबाड़ी,रहमतपुर,बैगना, गिल्हनी,धाधर,डाकपोखर,कुचहा,बेणुगढ़,मटियारी,कुवाड़ी,खर्रा, नित्यशाला,चंन्दरगॉव,लौचा,निसंन्द्रा में सड़को को काफी नुकसान हुआ है।मालूम हो की खजूरबाड़ी से टेढ़ागाछ जाने वाली प्रधानमंत्री मुख्य सड़क कब्रिस्तान के पास ध्वस्त हो चुका है जिससे दर्जनों गांव के लोग का प्रखंड मुख्यालय से जाने वाली संपर्क ध्वस्त हो चुकी है ।वही गम्हरिया, महादेवकोल, बेतवाडी, पंखाबाडी, चैनपुर, कोठीटोला, देवरी, दुर्गापुर, मियांपुर, बिहार मुसहरी, बभंनगामा, चिल्हनियॉ,सुहिया,हॉटगाव,गिल्हनी में भी सड़के ध्वस्त हो चुकी है।
जबकि चिल्हनियॉ पंचायत के रहमतपुर से देवरी खास जाने वाली प्रधानमंत्री सड़क एवं निसंन्दा से झाला जाने वाली प्रधानमंत्री सड़क दर्जनों जगह बाढ़ से ध्वस्त हो चुकी है और आवागमन बाधित हो गया है।मालूम हो की हवाकोल पंचायत के खजूरबॉडी से जाने वाली प्रधानमंत्री सड़क गम्हरिया एवं खजूर बाड़ी कब्रिस्तान के निकट दर्जनों जगह ध्वस्त हो चुकी है। वही मटियारी पंचायत के माली टोला जाने वाली प्रधानमंत्री सड़क दर्जनों जगह कनकई नदी में आए बाढ़ प्रभावित हुई है। धवेली पंचायत के प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री सड़क दर्जनों जगह ध्वस्त होने से प्रखंड मुख्यालय एवं जिला मुख्यालय जाने में लोगों को अत्यधिक कठिनाई होगी ।सड़क ध्वस्त होने की वजह से ग्रामीण जरूरी सामान खरीदने बाजार हाट तक नहीं पहुंच पा रहे हैं ।