किशनगंज /प्रतिनिधि
सोमवार को एमएच आजाद नेशनल डिग्री कॉलेज ठाकुरगंज किशनगंज के 74 छात्र-छात्राओं का नामांकन लेने के बाद भी महाविद्यालय प्रशासन की लापरवाही एवं प्राचार्य पद के लिए वर्चस्व की लड़ाई के कारण पंजीयन अधर में लटक गया जिसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता सह पूर्णिया विश्वविद्यालय के सीनेट के सदस्य रितेश यादव ने इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन को महाविद्यालय के इस लापरवाही से अवगत कराया।
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय प्रशासन के द्वारा 74 छात्र-छात्राओं का नामांकन ले लिया गया था लेकिन इसके बाद जब विश्वविद्यालय के द्वारा इन सभी 74 छात्र-छात्राओं का सत्यापन के लिए महाविद्यालय को भेजा गया तो महाविद्यालय प्रशासन ने दो प्राचार्यों की लड़ाई में इन 74 छात्र-छात्राओं का नामांकन को बिना सत्यापित किए ही भेज दिया ।जिसके बाद इन 74 छात्र छात्राओं का विश्वविद्यालय के द्वारा पंजीयन रोक दिया गया ।
इसके बाद जैसे ही इन छात्र-छात्राओं को यह ज्ञात हुआ कि उनका नामांकन का सत्यापन नामांकन के 6 महीने बाद भी महाविद्यालय प्रशासन की इस गलती और लापरवाही के कारण नहीं हुआ है इस मामले की जानकारी पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति को फोन पर पूर्णिया विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य रितेश यादव के द्वारा दिया गया। तत्पश्चात पूर्णिया विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव से मिलकर इस मामले को अवगत कराया गया ।
जिसके बाद प्रभारी कुलसचिव ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कहा कि जब तक उन सभी 74 छात्र छात्राओं का पंजीयन नहीं हो जाएगा तब तक विश्वविद्यालय प्रशासन आगे की कोई भी कार्रवाई नहीं करेगी ।विश्वविद्यालय प्रशासन उन सभी 74 छात्र-छात्राओं का पंजीयन कराने के लिए प्रतिबद्ध है दो प्राचार्य की लड़ाई के बीच में इस प्रकार की परिस्थितियां उत्पन्न हुई है जिसके कारण हमारे छात्र छात्रा परेशानी झेल रहे हैं ।उन्होंने कहा कि हम इस मामले को लेकर अविलंब कार्रवाई करते हुए सभी 74 छात्रों के पंजीयन को सुनिश्चित करेंगे।मौके पर अभाविप के छात्र नेता रवि गुप्ता एवं मन्नू सोनी मौजूद थे।

