सुपौल /राजीव कुमार
सुपौल जिले में झोला छाप डॉक्टर से इंजेक्शन लेने की वजह से मौत का मामला प्रकाश में आया है ।दरअसल बसंतपुर प्रखंड अंतर्गत परमानंदपुर पंचायत के वार्ड 5 में 82 वर्षीय बुजुर्ग सत्यदेव मेहता को गांव के ही एक झोलाछाप डॉक्टर से इंजेक्शन लेना बड़ा ही महंगा पड़ गया।बुजुर्ग का इंजेक्शन लेने के बाद तबियत बिगड़ गया जिसके बाद आनन फानन में परिजन वीरपुर एलएन अस्पताल में लाए जहा मौजूद डॉक्टर शैलेंद्र दीपक ने जांच के बाद मृत घोषित कर दी गई।
वहीं मृतक के छोटा पुत्र महानंद मेहता ने बताया कि 82 वर्षीय मेरे पिता सत्यदेव मेहता का सांस फूलने को लेकर इलाज डॉ अविनाश कुमार सिंह से चल रहा था और उनके दिए गए दवा से मेरे पिता बिल्कुल स्वस्थ चल रहे थे ,अचानक उनका सांस फूलने लगा जिसमें गांव के ही एक झोलाछाप डॉक्टर ने उन्हें इंजेक्शन दिया जिन से हालत इनकी बिगड़ गई और जब वीरपुर अस्पताल लाया तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।वही इस संबंध में डॉ शैलेंद्र दीपक ने बताया कि अल्टरनेट इंजेक्शन लगने के कारण इन्हें रिएक्शन हुआ और इनकी जान चली गई।इस घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है और सभी का रो रो कर बुरा हाल है।