किशनगंज/दिघलबैंक/मो अजमल
कनकई नदी के पलसा घाट पर पुल निर्माण की मांग को लेकर सिंघीमारी पंचायत के नदी पार स्थित चार वार्डों के ग्रामीणों का धैर्य अब जवाब देने लगा है। ग्रामीणों ने मंगलवार को पलसा गांव में बैठक कर साफ ऐलान किया “पुल नहीं तो वोट नहीं”।

ग्रामीणों का कहना है कि आज़ादी के आठ दशक बीत गए, लेकिन डाकूपाड़ा, पलसा, तालटोली, बलवाडांगी और मंदिरटोला जैसे गांव अब भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हर चुनाव में विधायक और सांसद वोट मांगने तो आते हैं, लेकिन जीत के बाद यहां के विकास की सुध कोई नहीं लेता।
लोगों ने बताया कि बरसात में जब कनकई नदी उफान पर होती है, तो इन गांवों के निवासियों को रोज़मर्रा के सामान और इलाज के लिए नेपाल का सहारा लेना पड़ता है। न पुल बना, न अस्पताल, और न ही पक्की सड़क का निर्माण हो सका।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि जब तक कनकई नदी के पलसा घाट पर पुल का निर्माण नहीं होता, तब तक वे किसी भी नेता को वोट नहीं देंगे।