जिला पदाधिकारी ने किया वृक्षारोपण
टेढ़ागाछ में दो स्थानों पर पुलिस बेरिकेटिंग का होगा निर्माण
किशनगंज /टेढ़ागाछ/विजय कुमार साह
जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने टेढ़ागाछ सभागार भवन में जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें बारी-बारी करके सभी विभाग के योजना एवं लोगों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली, जिसमें मुख्य रुप से स्वास्थ्य, शिक्षा ,नल जल योजना, नदी से कटाव, सड़क ,पुल पुलिया, आंगनवाड़ी केंद्र ,जन वितरण प्रणाली, प्रधानमंत्री आवास योजना, आरटीपीएस से संबंधित जाति, आय ,निवास , जमीन मोटेशन जमीन नापी, प्रखंड के सभी पंचायत में लोगों को मिलने वाली योजना का लाभ की जानकारी विस्तारपूर्वक लिए।
डीएम ने संबंधित विभाग से जानकारी के साथ साथ किसानों को यूरिया मिल रहा है या नहीं बारी बारी करके अलग-अलग पंचायत के जनप्रतिनिधियों से डीएम ने उनकी समस्या को सुना और संबंधित विभाग से जवाब तलब किया। अगर त्रुटि पाए जाने पर कार्रवाई करने की बात कही है । स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने डीएम को अपने अपने क्षेत्र में हो रहे नदी से कटाव एवं बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में क्षति, स्कूल, पुल पुलिया की जानकारी देते हुए ।
डीएम ने संबंधित विभाग को त्वरित कार्रवाई करने का आदेश दिया है। जिसमें मुख्य रुप से डीडीसी नमन राम एडीएम अभिलाष कुमार डायरेक्टर विकास कुमार, डीपीआरओ अमित कुमार, बीडीओ गन्नौर पासवान सीओ अजय चौधरी,पीओ प्रियरंजन सुजीत, सीडीपीओ, एवं कृषि पदाधिकारी ,शिक्षा पदाधिकारी ,बिजली विभाग के एसडीओ ,सभी विभाग के जिला के आला अधिकारी एवं प्रखंड पदाधिकारी बैठक में शामिल थे।
प्रखंड के कई पंचायतों के जनप्रतिनिधि उपस्थित नहीं हुए। कम संख्या में जनप्रतिनिधि जनसंवाद कार्यक्रम में उपस्थित हुए जिला पदाधिकारी आमजन की समस्या को समाधान करने का आदेश दिया।
डीएम श्रीकांत शास्त्री ने जनप्रतिनिधियों से थाना से संबंधित शिकायत की जानकारी भी लिया वहीं टेढ़ागाछ थाना अध्यक्ष ने दो जगहो में पुलिस बेरीकेट निर्माण कराने को लेकर जमीन की मांग की। डीएम ने अंचल धिकारी को जमीन उपलब्ध कराने की आदेश दिया है।खनियाबाद पंचायत में कई परिवार भुमीहीन है। उन विस्थापित परिवारों को सरकारी जमीन उपलब्ध कराने का आदेश दिया।
इसके उपरांत जिला पदाधिकारी श्री कांत शास्त्री ने ब्लाक परिसर में वृक्षारोपण आयोजन किया उसके उपरांत जिला मुख्यालय के लिए रवाना हो गए जनसंवाद कार्यक्रम में प्रमुख कैसर रजा उपप्रमुख अलग-अलग प्रकार के मुख्य अन्य जनप्रतिनिधि शामिल थे।