दिल्ली : संसद में विपक्षी दलों का हंगामा,पीएम मोदी ने कहा विपक्ष का हंगामा विकृत मानसिकता का है परिचायक

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दिल्ली :लोकसभा का मॉनसून सत्र शुरू होने के साथ ही हंगामे के भेंट चढ़ गया ।नए मंत्रियों का परिचय करवाने के लिए जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना भाषण शुरू किया उसके बाद विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया और बेल पर पहुंच गए ।जिसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि किसान परिवारों से आने वाले, ग्रामीण परिवेश से आने वाले सांसद बड़ी मात्रा में मंत्री बने हैं, उनका स्वागत करने का आनंद होना चाहिए था।






उन्होंने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि लेकिन शायद देश की महिला,आदिवासी,OBC, किसानों के बेटे मंत्री बने, ये बात कुछ लोगों को रास नहीं आती, इसलिए वो उनका परिचय तक नहीं होने देते ।पीएम मोदी ने कहा ग्रामीण परिवेश के लोगो के मंत्री बनने से विपक्ष को पीड़ा होती है ।साथ ही कहा विपक्ष का हंगामा विकृत मानसिकता का परिचायक है ।वहीं हंगामे पर रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि संसद की सबसे बड़ी ताक़त उसकी स्वस्थ परम्परायें होती हैं। इसे बना कर रखना पक्ष और विपक्ष दोनो की ज़िम्मेदारी होती है।






हर मंत्रिमंडल विस्तार के बाद प्रधानमंत्री द्वारा सभी मंत्रियों का परिचय कराना संसदीय परम्परा रही है।उन्होंने कहा अपने 25 वर्षों के संसदीय जीवन में पहली बार मैंने देखा है कि इस परम्परा को तोड़ा गया है। जो कुछ भी कांग्रेस पार्टी ने आज किया है, वह दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण होने के साथ-साथ लोकतांत्रिक परंपराओं के प्रति उनका निंदनीय दृष्टिकोण है।बता दे की लोकसभा के बाद राज्य सभा में भी विपक्षी सांसदों द्वारा हंगामा किया गया जिसके बाद दोनों सदन दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है ।






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