देश /डेस्क
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, इस्तीफा के कारण पूछने पर त्रिवेंद्र ने दो टूक कहा कि इसका कारण जानने के लिए मीडिया को दिल्ली जाना पड़ेगा।जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री की कार्यशैली उनके लिए सबसे बड़ी मुसीबत बनी। सार्वजनिक तौर पर ना सही, लेकिन मंत्री और विधायक समय-समय पर अपनी नाराजगी से हाई कमान को अवगत कराते रहे। विधायकों की नाराजगी त्रिवेंद्र सिंह रावत पर भारी पड़ी।
इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कहा कि विगत 4 वर्षों से BJP ने मुझे CM के रूप में उत्तराखंड में सेवा करने का मौका दिया। ये मेरा सौभाग्य रहा है। मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि पार्टी मुझे इतना बड़ा सम्मान देगी। पार्टी ने संयुक्त रूप से ये निर्णय लिया कि मुझे अब किसी और को ये मौका देना चाहिए ।वहीं श्री रावत ने कल 10 बजे विधायक दल का बैठक होने की जानकारी दी है।
मौजूदा विधानसभा के बजट सत्र में गैरसैंण को कमिश्नरी बनाने का निर्णय जिस तरह किया गया, उससे भाजपा विधायकों में नाराजगी दिखी और भीतर खाने भाजपा नेताओं ने इस निर्णय का विरोध भी किया। श्री रावत के इस्तीफे के बाद कांग्रेस नेताओं को बीजेपी पर निशाना साधने का मौका मिल गया है और कांग्रेस के बड़े नेता इस सियासी घटना क्रम के बाद बीजेपी पर निशाना साध रहे है ।बता दे की आज शाम श्री रावत ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा है ।