शिवगंज बालूवाडी बहादुरगंज में अखिल विश्व गायत्री परिवार के माध्यम से भाई हरिश्चंद्र जी की टोली के सकारात्मक प्रयास से भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य भूमिका के रूप में कमलेश कुमार अधिवक्ता एवं उनके समस्त परिवार का योगदान रहा।
प्रज्ञा संगीत एवं युग संगीत के माध्यम से वातावरण दिव्यता में बदलकर अनोखा वातावरण तैयार कर दिया। कमलेश कुमार अधिवक्ता ने कहा की महाकाल की परम कृपा है आज के दिन ही हमारे पिता श्री सखी लाल दास जी का देहावसान हुआ था जिसकी पुण्य स्मृति में आयोजन के माध्यम से युग निर्माणी भाइयों बहनों द्वारा उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। हम और हमारा समस्त परिवार समाज धन्य हो गए।

देव संस्कृति दिग्विजय अभियान के तहत लगातार कार्यक्रमों के माध्यम से रचनात्मक आध्यात्मिक एवं नैतिक उत्थान हेतु विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों के द्वारा जन जागृति किया जा रहा है ऐसा वरिष्ठ प्रज्ञा पुत्र शिक्षाविद राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित सेवानिवृत प्रधानाध्यापक श्री श्यामानंद झा ने कहा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री झा ने कहा 21वीं सदी परिवर्तन का योग है इसलिए गायत्री परिवार की भूमिका एवं दायित्व काफी बढ़ गया है। दुनिया के अंदर एकमात्र यही संस्था है जो अपना समय श्रम विचार और धन लगाकर धर्म तंत्र से लोक शिक्षण के तहत निस्वार्थ भाव से जनकल्याण का कार्य कर रहा है।
वेद मूर्ति वैज्ञानिक ऋषि एवं महान स्वतंत्रता सेनानी पंडित श्री राम शर्मा आचार्य के सूक्ष्मसंरक्षण में हमारा कार्य अवाधगति से चलता आया है और आगे भी चलता रहेगा। हमारा अभियान व्यक्ति निर्माण परिवार निर्माण समाज निर्माण राष्ट्र निर्माण एवं विश्व निर्माण की दिशा में नैतिक एवं सांस्कृतिक उत्थान सहित धरती पर स्वर्गिक वातावरण मनुष्य में देवत्व का उदय का संकल्प पूरा करके ही हम दम लेंगे ऐसा हम सबों का विश्वास है क्योंकि इसके पीछे सूक्ष्म रूप में महाकाल का संपूर्ण संरक्षण है।
आदर्श के समुच्चयको भगवान कहते हैं इसके तहत नशा निवारण, दहेज प्रथा उन्मूलन, वृक्षारोपण, शिक्षा संस्कार, नारी जागरण, स्वावलंबन, राष्ट्र की एकता अखंडता के लिए हम सब प्राणपण से जुटे रहे यही संकल्प है।
हमारी श्रद्धा विश्वास और समर्पण आदर्शों के प्रति ज्यों ज्यों प्रगाढ होता जाएगा सफलता हमारी कदम चूमेगी। हमारी अहम भूमिका की पूर्ण सफलता के लिए पात्रता प्रमाणिकता एवं प्रखरता की आवश्यकता है जिसके लिए नियमित आध्यात्मिक साधना की आवश्यकता है। यज्ञ के माध्यम से विभिन्न संस्कारों के तहत तर्पण संस्कार भी संपन्न कराए गए। कार्यक्रम को आगे बढ़ाने हेतु प्रबुद्ध जनों को गायत्री परिवार की ओर से अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की सफलता में कमलेश कुमार अधिवक्ता, हरिश्चंद्र सिंह, वीणा देवी, सिप्टी सिंह, बाबूलाल जी, धीरेंद्र कर्मकार, तारा सिंह, प्रिया कुमारी, ज्योति कुमारी, दिलीप कुमार, राजू कुमार, प्रीति राय, लाल कुमार, चमन कुमार, केशो देवी, राम प्रसाद, चंद्रकांत झा, आदि का योगदान सराहनीय रहा। शांति अभिसिंचन के साथ कार्यक्रम की पूर्णाहुति कराई गई।