किशनगंज रेलवे स्टेशन पर पुलिस और एनजीओ की संयुक्त कार्रवाई में बाल तस्करी का मामला सामने आया है। एएसआई एच.पी. सिंह ने आरपीएफ स्टाफ और राहत एक्सेस टू जस्टिस एनजीओ के साथ मिलकर सात नाबालिग बच्चों को बचाया।
स्टेशन के पोस्ट नंबर 2 पर घूमते मिले इन बच्चों में पांच बच्चे तमिलनाडु के तिरुपुर में चैन फैक्ट्री में काम करने जा रहे थे। दो बच्चों को दिल्ली के एक होटल में काम के लिए भेजा जा रहा था। बचाए गए बच्चों में रिजाबुल (14), लाल चंद कुमार (14), प्रवेश कुमार (12), सोनू कुमार (15), किशन कुमार (15), सनोवर आलम (15) और मनोबर आलम (9) शामिल हैं।
इनमें से पांच बच्चे मधेपुरा जिले के श्रीनगर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर भगवती गांव के रहने वाले हैं। एक बच्चा अररिया जिले के ताराबाड़ी थाना क्षेत्र का है। दो बच्चे किशनगंज जिले के चिकबारी गांव के रहने वाले हैं।
सभी आवश्यक औपचारिकताएं और सत्यापन के बाद बच्चों को एनजीओ के जिला समन्वयक श्री बिपिन बिहारी को सौंप दिया गया है। बच्चे स्वस्थ हैं और अब उनकी देखभाल एनजीओ करेगा।