जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित महानंदा सभागार में उद्योग विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई।
बैठक में जिला पदाधिकारी के द्वारा लक्ष्य से काफी पीछे रहने वाले बैंकों से एक सप्ताह के अंदर न्यूनतम 50% उपलब्धि हासिल करने का निदेश दिया गया। बैठक में अनुपस्थित जिला समन्वयको से स्पष्टीकरण मांगने का निदेश दिया गया शून्य उपलब्धि वाले बैंकों के विरुद्ध उनके नियंत्रकों एवं एसएलवीसी के संयोजकों को कार्रवाई हेतु पत्र भेजने का निदेश दिया गया।
गौरतलब हैं कि पीएमईजीपी में लक्ष्य 189 निर्धारित किया गया है जिसमें 101 सेंक्शन्ड, 95 मार्जिन मनी क्लैम्ड एवं 27 डिसबर्स्ड किया गया है। इसमें सबसे अच्छा प्रदर्शन बैंक ऑफ़ बड़ौदा का रहा।
पीएमएफएमई में लक्ष्य 140 निर्धारित किया गया है जिसमें 75 सेंक्शन्ड, एवं 35 डिसबर्स्ड किया गया है। इसमें सबसे अच्छा प्रदर्शन बैंक ऑफ़ बड़ौदा का रहा।
पी एम विश्वकर्म योजना के अंतर्गत बैंक द्वारा ऋण स्वीकृत लाभुकों की कुल संख्या 36 है साथ ही इसमें बैंक द्वारा 36 लाख की राशि की स्वीकृति दी गई है।
मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जाति उद्यमी, अति पिछड़ा वर्ग, महिला एवं युवा उद्यमी योजना के द्वारा वित्तीय वर्ष 2022- 23 में प्रथम किस्त प्राप्त लाभुकों की कुल संख्या 65, द्वितीय किस्त प्राप्त लाभुकों की कुल संख्या 45 एवं तृतीय किस्त प्राप्त लाभुकों की कुल संख्या 18 है। कुल 65 लाभुकों में से कुल तीन लाभुक प्रथम किस्त की राशि एक मुस्त विभाग को वापस कर दिया है।
मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जाति उद्यमी, अति पिछड़ा वर्ग, महिला एवं युवा उद्यमी योजना के द्वारा वित्तीय वर्ष 2023- 24 में प्रथम किस्त प्राप्त लाभुकों की कुल संख्या 142 एवं द्वितीय किस्त प्राप्त लाभुकों की कुल संख्या 96 है।
बैठक में महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र अनिल कुमार मंडल एवं अन्य बैंक के कर्मी उपस्थित थे।