पोठिया/किशनगंज/राज कुमार
पोठिया प्रखंड के रायपुर पंचायत स्थित अर्राबाड़ी स्थित मात्स्यिकी महाविद्यालय में आज सोमवार से आयोजित 2 दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार की तैयारीयाँ पूरी कर ली गयी है।उक्त सेमिनार को लेकर जानकारी देते हुए वैज्ञानिक सह मिडिया प्रभारी भारतेंदु विमल ने बताया कि उक्त सेमिनार का मुख्य उद्देश्य भविष्य में सतत मत्स्य उत्पादन व बिहार को मत्स्य उत्पादन में स्वालम्बी बनाना है।
उक्त सेमिनार का उद्देश्य वर्तमान समय मे प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए सतत मत्स्य विकास पालन को सफल बनाना है ताकि हमारा आने वाली पीढ़ी भी मछली का उपभोग स्वस्थ रूप से कर सके।उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि आयोजित इस 2 दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में किसानों को प्रदूषण युक्त वातावरण में भी पर्यावरण का प्रबंधन करते हुए कैसे कम लागत में अधिक उत्पादन किया जाए इसकी जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि आज भी हमारा देश खासकर हमारा बिहार मछली उत्पादन मामले में आंध्र प्रदेश व अन्य राज्यों पर निर्भर है यही कारण है कि भविष्य में दीर्घकालिक मत्स्य उत्पादन को ध्यान में रखते हुए बिहार के मछली उत्पादन कर रहें ।
किसानों के साथ-साथ बिहार को स्वालम्बी बनाने के उद्देश्य से इस सेमिनार का आयोजन किया गया है।जिसमे देश भर के ही नही अपितु अन्य देशों के भी जानकार व वैज्ञानिक आ रहें हैं। बताते चलें कि आयोजित 2 दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन करने पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री बिहार सरकार रेनू देवी शिरकत कर रही हैं और देशभर के विभिन्न प्रतिष्ठित मत्स्य वैज्ञानिक, गणमान्य अतिथि, एवं अन्य मात्स्यिकी महाविद्यालय के छात्र सम्मिलित हो रहे हैं।