पुलिस ने 36 घंटे के अंदर हत्याकांड का किया उद्भेदन
पुलिस अधीक्षक सागर कुमार की कार्यशैली का जिलेवासी कर रहे है सराहना
रणविजय/किशनगंज
जुर्म कैसा भी हो अपने पीछे सुराग जरूर छोड़ जाता है और पौआखाली थाना क्षेत्र के बांसबाड़ी कचहरी महादलित टोला निवासी प्रगेश लाल राय हत्याकांड मामले में भी यही बात देखने को मिली है, जहां वासना के भंवर में डुबकर पत्नी बतासी देवी ने अपने प्रेमी के साथ षड्यंत्र रचकर अपने पति को जिस तरह से मौत के घाट उतारकर खौफनाक वारदात को अंजाम दिया है उसे सुनकर हर एक शख्स का रूह कांप उठा है.
पश्चिमबंगाल कूचबिहार जिला के माथाभंगा इलाके की रहने वाली बतासी देवी कभी ईंटभट्ठे में मजदूरी के सिलसिले में पौआखाली थाना क्षेत्र के हमला आमबाड़ी इलाके में आई थी और वहीं प्रगेश लाल राय जो ईंटभट्ठे में जेसीबी और ट्रैक्टर चलाने का काम करता था उनसे उनकी नजदीकियां बढ़ी. कुछ ही दिनों बाद नजदीकियां प्यार में तब्दील हो गई और दोनों प्रेम विवाह कर लिया.
उधर दोनों का वैवाहिक जीवन खुशहाल व्यतीत होने लगा और इसी बीच बतासी देवी ने दो पुत्री और एक पुत्र जन्म दिया. लेकिन कुछ वर्षों के बीतने के बाद ही प्रगेश की पत्नी की नियत डोल गई और उनका मेलजोल हमला गांव निवासी मो गालिब से हो गया. चूंकि मो गालिब के पिता मो इजराइल ईटभट्ठा मालिक है और उसी ईंटभट्ठे में बतासी देवी और उनके पति प्रगेश लाल राय मजदूरी करता था जिस वजह से मो गालिब को प्रगेश की पत्नी के करीब आने का मौका भी मिल गया था और उनका उनके घर आना जाना भी होने लग गया था.
फिर और क्या था दोनों के बीच इश्क परवान चढ़ा और अवैध संबंध का रिश्ता कायम हो गया जिसकी भनक लगने के बाद से ही पति प्रगेश और उनके माता पिता इसका घोर विरोध करने लगे थें. पति पत्नी के बीच आए दिन झगड़ा में भी होता था. पत्नी के कुचरित्र का पति के द्वारा विरोध करना पत्नी को इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने प्रेमी के साथ मिलकर ऐसा खौफनाक षड्यंत्र रच डाला जिसका अंजाम पति को आखिरकार जान देकर चुकानी पड़ी.
पुलिस के मुताबिक बेवफा और हवस की पुजारिन पत्नी ने पति को प्रेमी के हाथों बड़े ही क्रूरता से मौत के घाट उतरवा दी और मामले को एक हादसे की शक्ल देने की कोशिश की. लेकिन कहते हैं ना कि कानून के हाथ लंबे होते हैं जुर्म करने वाले कितने ही शातिर क्यों ना हों उनको कानून की गिरफ्त में आना ही पड़ता है और इस मामले में भी यही हुआ. पुलिस ने महज दो दिनों के अंदर षड्यंत्रकारी पत्नी सहित तीन अन्य की गिरफ्तारी कर मामले का उद्भेदन कर दिया है.
पुलिस की त्वरित कार्रवाई की चहुंओर प्रशंसा तो हो ही रही है साथ ही इस मामले में पीड़ित परिवार के साथ खड़े होकर पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष व त्वरित कार्रवाई की मांग करने वाले पूर्व विधायक गोपाल कुमार अग्रवाल की भी खूब चर्चा और प्रशंसा हो रही है साथ ही पुलिस अधीक्षक सागर कुमार के अनुश्रवण में जिस तरह से एसडीपीओ टू मंगलेश कुमार सिंह प्रोवेशनर डीएसपी अभिनव परासर, थानाध्यक्ष धनजी कुमार थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार मिश्र और तकनीकी सेल के कर्मियों ने महज 36 घंटे के अंदर कांड का उद्भेदन करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है उसके बाद बुद्धिजीवी वर्ग जिला पुलिस की भूरी भूरी प्रसंशा करते देखे गए।