किशनगंज/प्रतिनिधि
कोचाधामन थाना क्षेत्र में एक सप्ताह पूर्व हुई सतीश चौपाल की हत्या की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।2 नवम्बर को कोचाधामन थाना क्षेत्र के बूढ़ीमारी में सतीश लाल चौपाल का शव मिला था।जानकारी के अनुसार पुलिस ने पहले मृतक के मोबाइल का कॉल डिटेल भी खंगाला।घटना के दिन पकड़े गए आरोपी धीरेन ने अपने मोबाइल से मृतक सतीश चौपाल के मोबाइल पर फोन कर झाड़ फूंक के बहाने बुलाया था।वहीं पर आरोपी धीरेन का पिता मोहन लाल और भाई पहले से मौजूद था।आरोपी ने सतीश चौपाल की गला रेत कर हत्या कर दी।
इसके बाद मौके से फरार हो गया। इसके बाद पुलिस ने कांड का अनुसंधान प्रारंभ किया। पुलिस ने तकनीकी और वैज्ञानिक तरीके से कांड का अनुसंधान किया।इस क्रम में पुलिस को मोबाइल से कुछ ऐसे साक्ष्य मिले जिससे पुलिस का शक गहरा होने लगा।आशंका होने पर पुलिस ने आरोपियों की छानबीन शुरू की। पुलिस ने हत्या की बिंदु पर अनुसंधान करते हुए आवश्यक साक्ष्य इकट्ठा किया।
तब तक आरोपी किशनगंज से फरार हो चुके थे।त्यौहार के क्रम में तीनों आरोपी अपने घर पहुंचे।इसके सूचना पुलिस को टीम को मिलते ही पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।पकड़े गए आरोपियों से जब गहराई से पूछताछ की गई तब जाकर चौंकाने वाले खुलासे हुए।
महज छह दिनों के अंदर कोचाधामन पुलिस व डीआईयू की टीम ने हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया।यहां बता दें की 2 नवम्बर को कोचाधामन थाना क्षेत्र के बूढ़ीमारी में सतीश लाल चौपाल का शव संदिग्ध अवस्था में मिला था।कांड दर्ज कर पुलिस ने घटना का अनुसंधान करते हुए शुक्रवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था।