किशनगंज /पोठिया/इरफान
मंगलवार को नहाय-खाय के साथ प्रखंड भर में छठ व्रती महिलाएं छठ का प्रसाद तैयार करने के लिए गेहूं धोकर सुखाने में जुटी रहीं।सामूहिक रूप से गेहूं सुखाती महिलाएं दिनभर बैठकर निगरानी करती रहीं,ताकि कोई पक्षी उसमें चोंच न लगा दे।इस दौरान घाट परिसर व सम्पूर्ण बाजार मंगल गीत से गूंजते रहे।चारों ओर पूजा का उल्लास और उत्साह बना हुआ है।व्रती महिलाओं ने बताया कि यह पर्व बहुत ही पवित्र है।
इसमें स्वच्छता और पवित्रता का पूरा ख्याल रखना पड़ता है।कहीं कोई चूक न हो जाए।इसको लेकर पूरा परिवार सावधान रहता है।गेहूं सुखाने के साथ ही महिलाओं ने मिट्टी के चूल्हे को भी धूप में सुखाया।सूर्योपासना पर्व पर पोठिया के विभिन्न घाटों पर गुरुवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया जाएगा।पोठिया प्रखण्ड चना नदी छठ घाट,व सतमेढ़ी छठ घाट पर सबसे अधिक भीड़ उमड़ती है।
इसे लेकर प्रशासन यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी करते हैं,इसी कड़ी के तहत पोठिया बीडीओ मो0 आसिफ, सीओ मोहित राज , पोठिया थानाध्यक्ष निशाकान्त कुमार व स्थानीय प्रशासन ने विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। शुक्रवार को उदीयमान सूर्य को अहले सुबह अर्घ्य दिया जाएगा।छठ पर्व को लेकर पोठिया प्रखंड के सभी बाजारों में चहल-पहल है।
गली-मोहल्ले में छठी मइया के गीत गूंज रहे हैं।वहीं मंगलवार को नहाय खाय के दिन छठ व्रतियों ने छठ घाट,व घरों में स्नान कर भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना की। साफ-सफाई के साथ कद्दू की सब्जी, अरवा चावल का भात और चने की दाल सहित विविध व्यंजन बनाकर सपरिवार इसे ग्रहण किया।भगवान के सामने छठ व्रत का संकल्प लिया।व्रतियों ने पूजा के गेहूं को सुखाने में सतर्कता बरती।
सुबह पूजा के गेहूं को धोकर उसे साफ स्थान पर सूखने के लिए रखा।आटा चक्की वालों ने भी पर्व को लेकर चक्की की साफ-सफाई की।आज ( बुधवार ) को सूर्यास्त के बाद व्रती खरना पूजन करेंगे।मिट्टी के नए चूल्हे पर दूध,गुड़ व अरवा चावल से खीर और गेहूं के आटे की रोटी का प्रसाद बनाया जाएगा।व्रती पूरे दिन उपवास रखकर सूर्यास्त के बाद छठी मइया की पूजा करेंगे।केले के पत्ते पर प्रसाद चढ़ाया जाएगा।छठी मइया से आशीर्वाद लेने के बाद व्रती अपने सगे-संबंधियों के संग प्रसाद ग्रहण करेंगे।