Search
Close this search box.

सुरक्षित दीपावली मनाने के लिए बच्चों को किया गया जागरूक

बेहतर न्यूज अनुभव के लिए एप डाउनलोड करें

पटाखों के उपयोग से बचें बच्चे, बरतें विशेष सावधानी

आपदा सुरक्षा कार्यक्रम के तहत बच्चों को दी गईं कई अहम जानकारियां

सुपौल।सोनू कुमार भगत


मुख्यमंत्री आपदा सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत सुरक्षित शनिवार के तहत आदर्श प्राथमिक विद्यालय केवला में बच्चों को दीपावली पटाखों एवं प्रदूषण से स्वास्थ्य संबंधी जोखिम एवं बचाव के संदर्भ में जानकारियां दिया गया। इस अवसर पर शिक्षकों ने विद्यालय के छात्र छात्राओं के साथ मॉक ड्रिल का आयोजन करते हुए फोकल शिक्षक नरेश कुमार निराला और अवधेश कुमार के द्वारा आयोजित मॉक ड्रिल में दीपों का त्योहार दीपावली मनाए जाने के दौरान क्या क्या सावधानियां बरतनी है उसे बताया गया।

पटाखों से होने वाले जोखिम में क्या प्राथमिक उपचार करना है इस संबंध में भी विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया।चर्चा के दौरान शिक्षक नरेश कुमार निराला ने कहा कि हमारी धरती हम ही बचाए। बिना पटाखे दिवाली मनाएं जैसे शायराना अंदाज में बच्चों को समझाया। श्री निराला ने कहा कि पटाखे से वायु प्रदूषण के साथ-साथ ध्वनि प्रदूषण भी होता है।पटाखों से निकलने वाली धुंए में काफी मात्रा में सल्फर सहित अन्य हानिकारक गैस पाए जाते हैं।

जो मानव ही नहीं धरती पर रहने वाले तमाम जीवो के लिए हानिकारक है।प्रधानाध्यापक अमित कुमार ने कहा कि पटाखों से निकलने वाली कर्कश आवाज से वायु प्रदूषण होता है। पटाखे की आवाज में डेढ़ सौ डेसीबल से अधिक आवाज होती है जो मानव के श्रवण शक्ति पर प्रभाव डालता है और हानि भी पहुंचता है।शिक्षक निरंजन कुमार और अवधेश कुमार ने कहा कि पटाखा छोड़ने के दौरान खतरा की काफी संभावना बनी रहती है।

उन्होनें कहा कि आतिशबाजी से दूर रहें। खासकर बच्चों को आतिशबाजी से बिल्कुल दूर रहना चाहिए।मोहम्मद अमजद अहमद और मोहम्मद अरबाज आलम ने कहा कि अगर पटाखा छोड़ने के दौरान किसी भी व्यक्ति को हाथ या शरीर का अन्य भाग जल जाता है तो उसे तुरंत ठंडे पानी में हाथ को डाल कर रखना चाहिए।उसके बाद उसे विशेष उपचार हेतु बगल के स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचाना चाहिए। इस मौके पर नीतू कुमारी, मोनिका कुमारी, पूजा कुमारी, फूल कुमारी एवं विद्यालय के छात्र छात्राएं थे।

सुरक्षित दीपावली मनाने के लिए बच्चों को किया गया जागरूक

× How can I help you?