अररिया /बिपुल विश्वास
फारबिसगंज शहर में व्याप्त गंदगी, जाम पड़े नालों एवं मच्छरों के प्रकोप को लेकर फारबिसगंज सिविल सोसाइटी के अधिकारियों ने एक आकस्मिक बैठक बुलाई जिसकी अध्यक्षता सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष मांगीलाल गोलछा ने की। इस बैठक में शहर में साफ सफाई संबंधी समस्याओं को लेकर सदस्यों के द्वारा फारबिसगंज नगर परिषद के द्वारा किए ढुलमुल नीति को लेकर चिंता जताई गई। सदस्यों ने कहा की फारबिसगंज नगर पालिका टैक्स तो भरपूर वसूलती हैं पर शहर में व्याप्त गंदगी को दूर करने में उनका योगदान नगण्य सा है।
शहर के निवासियों को मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर निम्नलिखित बिंदुओं पर व्यापक चर्चा हुई जिसमें डोर टू डोर कचरा संग्रह को प्रात: 8:30 बजे तक निपटाने ,नालों की नियमित रूप से सफाई तथा उसके बाद उन पर ढक्कन बैठाया जाना, नाले से निकाले जाने वाले गीला कचरा को उसी वक्त उठाने की व्यवस्था करना जिसके नहीं होने से पूरा कचरा सड़कों पर फैल जाता है और पैदल चलने वालों की शामत आ जाती है, और सुखने के बाद वह धूल बनकर लोगों के दुकानों में और घरों में प्रवेश करता है।
एकत्रित किए गए कचरा को गिराने के लिए शहर से और बस्ती से दूर किसी स्थान का चयन कर उसे वहां गार्बेज डंप बनाया जाना चाहिए , अभी वर्तमान में यह कचरा सड़कों के किनारे गिरा दिया जाता है जिसकी दुर्गंध से आसपास के लोगों का जीना दूभर हो जाता है।
कचरा के निष्पादन के लिए वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बनाए जाने का प्रावधान ,डेंगू एवं मलेरिया से बचाव के लिए नियमित अंतराल पर बराबर फॉगिंग कराया जाना, खुले में बिकने वाले मांस मछली की दुकानों को बंद कर उसके लिए कोई एक विशेष स्थान सुनिश्चित करना, शहर की लगभग सभी सड़कों पर जानलेवा गड्ढे बन गए हैं जिन्हें सीमेंट बालू और छर्री गिट्टी के मिश्रण से भराया जाए, शहर को जाम से मुक्ति दिलाने हेतु एक मास्टर प्लान बनाना, काली मेला ग्राउंड में खेलकूद को प्रोत्साहन देने के लिए स्टेडियम एवं ऑडिटोरियम बनाए जाने जैसी मांगों से फारबिसगंज नगर परिषद प्रशासन एवं कार्यपालक पदाधिकारी को अवगत कराये जाने पर निर्णय लिया गया।
साथ ही यह भी तय हुआ कि यदि नगर परिषद इन सुझावों पर कोई कारगर कार्यवाही नहीं करती है तो फिर नगर विकास मंत्रालय से इस संदर्भ में पत्राचार किया जाएगा।
इस बैठक में सचिव विनोद सरावगी , संरक्षक बछराज राखेचा एवं आजाद शत्रु अग्रवाल, उपाध्यक्ष अभिषेक नीरज, प्रशासनिक सचिव राकेश रौशन, संयुक्त सचिव इंजीनियर आयुष अग्रवाल पी आर ओ पवन मिश्रा आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।