पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने दी जानकारी
किशनगंज/प्रतिनिधि
सदर थाना में पदस्थापित सहायक अवर निरीक्षक जयराम बिंद का रिश्वत मांगने का एक ऑडियो क्लिप सामने आया था। जिसके बाद एसपी सागर कुमार ने मामले का हेड क्वार्टर डीएसपी अशोक कुमार को जांच करने का निर्देश दिया। वही हेडक्वार्टर डीएसपी अशोक कुमार के जांच में प्रथम दृष्टया रिश्वत मांगने वाला का आवाज सदर थाना में पदस्थापित एएसआई जयराम से मिलता जुलता प्रतीक होने के बाद एएसआई जयराम के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई करने के लिए अनुशंसा किया गया।
एसपी ने उपरोक्त परिपेक्ष मैं हेडक्वार्टर डीएसपी के द्वारा समर्पित जांच प्रतिवेदन के आधार पर एएसआई जयराम बिंद को तत्काल प्रभाव से सामान्य जीवन यापन भत्ता पर निलंबित कर दिया और निलंबित अवधि में मुख्यालय पुलिस केंद्र किशनगंज होगा। वहीं एसपी ने निलंबित एएसआई को निर्देश देते हुए कहा है कि इस संदर्भ में दो दिन के अंदर विभागीय कार्रवाई के विरुद्ध अपना स्पष्टीकरण समर्पित करेंगे इसके बाद लेखपाल अग्रतार कार्रवाई करेंगे।
दरअसल एसपी के जनता दरबार में आवेदक असफाक आलम का आवेदन पेन ड्राइव के साथ प्राप्त हुआ था। जिसमें परिवादी द्वारा 19 जून को सदर थाना में एक आवेदन दिया था।जिसके बाद आवेदक कई बार थाना गए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 21 जुलाई को जब वे और उनके भाई थाना गए तो थानाध्यक्ष ने कहा जयराम से मुलाकात कर लो प्राथमिकी दर्ज हो जाएगा। वही जयराम से मुलाकात करने पर कहने लगे कि थाना प्रभारी को हम जो बोलेंगे वही करेंगे।
वहीं उन्होंने एफआईआर करने के बदले 20 हजार रुपए की मांग करते हुए कहां रुपया देना होगा तभी तुम्हारा काम होगा। वहीं एएसआई के द्वारा रिश्वत का रुपए लेने के लिए कई बार आवेदक को कॉल किया गया और फोन पर ही रिश्वत मांगने लगा जिसका ऑडियो आवेदक ने एसपी को दिया है। वहीं एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए हेडक्वार्टर डीएसपी से मामले का जांच कर एएसआई को निलंबित कर दिया है।