श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन कथा श्रवण हेतु उमड़ी श्रद्धालुओ की भीड़

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अररिया /बिपुल विश्वास

गोरिहारी चौक के छुवापट्टी में पिछले 4 दिनों से चल रही श्रीमद् भागवत गीता ज्ञान यज्ञ सप्ताह में ब्यास गद्दी से अपनी अमृत वाणी के जरिए ऋषिकेश से पधारे बालसंत हरिदास जी महाराज के द्वारा बताया गया की किस प्रकार राजा परीक्षित ने 8 दिनों तक कथा का श्रावण कर अपना जीवन तो धन्य किया हीं साथ ही हम पृथ्वीलोक वासियों को भी धर्म का रास्ता सुगमता पूर्वक दिखा दिया परमपिता के द्वारा 14 लोकों में ब्रह्मांड की रचना की गई है।

मानव तन के तलवा से लेकर सर के बाल तक में भगवान के विराजमान होने की बात बताई।सृष्टि के पर्वतों को भगवान की हड्डी तो नदियों को नस के अलावा सारे पौधों और पत्तों को भगवान का रोम रोम बताया।हवा को उनकी सांसें होने की जानकारी भी उन्होंने दी।


संत जी बताया कि जो भी काम भावपूर्ण ढंग से किया जाता उसका सकारात्मक फल मानव को अवश्य मिलता है।आलस्य,नींद और भूख को जीवन में सफलता का बाधक बताते हुए उन्होंने कहा कि ये कभी भी खत्म होने वाली नही है लेकिन संयम से इन्हे साधा जा सकता है।


सीता जयप्रकाश अग्रवाल और उषा,हेमू बोथरा के द्वारा आयोजित इस भागवत कथा में अब ग्रामीण क्षेत्रों के पड़ोसी देश नेपाल के साथ दूसरे जिलों के भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है।पूर्णिया के भवानीपुर से आई रेखा अग्रवाल, बीना केडिया, रेणु अग्रवाल राजकुमार केडिया ने कहा कि बाल संत जी के द्वारा बताए जा रहे मार्ग का अंश मात्र भी अमल में लाने वालों का जीवन सुगम हो जायेगा। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए थाना अध्यक्ष आफताब आलम के द्वारा पुलिस बल की तैनाती की गई है।

श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन कथा श्रवण हेतु उमड़ी श्रद्धालुओ की भीड़