किशनगंज /प्रतिनिधि
टाउन थाना पुलिस ने शहर के खगड़ा स्थित अनुमंडलीय कार्यालय के पीछे वन विभाग के कैम्पस से लोहे के सामानों की दिनदहाड़े चोरी मामले का उदभेदन कर लिया है। प्रभारी थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर तरुण कुमार तरुणेश के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने चोरी हुए सामानों में कुछ सामानों को मंगलवार की रात को बंगाल के गोर्राहाट स्थित एक कबाड़ी की दुकान से बरामद किया है.
पुलिस ने वहाँ से दो ट्रैक्टर को जब्त किया है जिसमें चोरी का माल लदा हुआ था. वहीं बाकी सामान की बरामदगी और आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. मामले में पुलिस ने घटना की प्राथमिकी दर्ज किए जाने के महज आठ घण्टे के अंदर चोरी का सामान बरामद किया है. दरअसल पुलिस को यह सूचना मिली थी कि चोरी हुए सामानों को बंगाल सीमा के समीप बंगाल के किसी गोर्राहाट में कबाड़ी की दुकान में बेचा गया है.
इसके बाद बंगाल पुलिस को सूचना दी गई और पुलिस टीम के द्वारा बंगाल पुलिस के सहयोग से छापेमारी की गई. वही पुलिस की टीम के पहुंचने से पूर्व ही आरोपी मौके से फरार हो गया. पांच ट्रैक्टर सामान चोरी हुआ था जिसमें पुलिस ने दो ट्रैक्टर सामान बरामद कर लिया. जबकि बाकी बचे दो ट्रैक्टर सामान की बरामदगी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. पुलिस यह पता लगाने में लगी है कि बाकी बचे सामान को कहा छुपा कर रखा गया है.
वही मामले में कुछ स्थानीय लोगों की संलिप्तता की जांच भी पुलिस कर रही है. पुलिस मो हयात के तलाश में जुटी हुई है ।मालूम हो की वन विभाग ने मो हयात को आरोपी बनाया था।
मालूम हो कि सोमवार को खगड़ा में वन विभाग के कैम्पस से लाखों रुपए के लोहे के सामानों की चोरी का मामला प्रकाश में आया था. मामले में वन विभाग के अधिकारी के बयान पर मंगलवार को सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज करवायी गई थी. जिसके बाद एसपी डॉक्टर इनामुल हक मेगनु के निर्देश पर पुलिस की टीम एसडीपीओ गौतम कुमार के नेतृत्व में कांड के अनुसंधान में जुट गई और केस की पड़ताल की जाने लगी.
इस दौरान जानकारी के अनुसार वन विभाग के वरीय अधिकारी भी बुधवार को पूर्णिया से किशनगंज पहुंचे थे.एसडीपीओ गौतम कुमार ने बताया कि चोरी का कुछ सामान बंगाल से बरामद किया गया है. आरोपितों और बाकी बचे चोरी के सामानों की बरामदगी के लिए पुलिस टीम छापेमारी कर रही है. उन्होंने बताया कि चोरी की घटना में स्थानीय स्तर पर लोकल लाईनरों व सहयोगियों को भी चिन्हित किया जा रहा है. कई नाम सामने आए है. एसडीपीओ श्री कुमार ने बताया कि जांच में जो भी दोषी पाए उन्हें बक्शा नहीं जाएगा.
उन्होंने कहा कि पुलिस जांच में वन विभाग की लापरवाही की बात भी समाने आई है. आखिर कैसे सरकारी सामानों से भरे परिसर को खाली छोड़ा गया. सबकी भूमिका की जांच की जा रही है ।टीम में अवर निरीक्षक सह अनुसंधानकर्ता एस खान प्रशिक्षु अवर निरीक्षक राकेश कुमार , प्रशिक्षु अवर निरीक्षक सूरज कुमार व अन्य पुलिस जवान शामिल थे. वहीं पुलिस की टीम के साथ वन विभाग के अधिकारी भी शामिल थे.