-विधिवत उद्धाटन किया जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने
-शतप्रतिशत टीकाकरण करवाने के लिए जिलाधिकारी ने की अपील
-प्रथम चक्र में जिले में 843 चिह्नित स्थलों पर कुल
10,744 बच्चों एवं 2,156 गर्भवती माता के टीकाकरण का लक्ष्य है
किशनगंज /प्रतिनिधि
जिले में सोमवार को सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके तहत टीकाकरण के सौ प्रतिशत आच्छादन को लेकर जिले के सभी प्रखंडों में चयनित कुल 843 चिह्नित स्थलों पर 10,744 बच्चों एवं 2,156 गर्भवती माता के टीकाकरण का लक्ष्य है। जन्म से पांच वर्ष तक के बच्चों का विभिन्न जानलेवा बीमारियों से बचाव हेतु नि:शुल्क टीकाकरण किया जाना है।
इसका विधिवत उद्धाटन जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने पोठिया प्रखंड के रुपनीगाछ सेशन साइट में किया। उन्होंने बताया कि अभियान की सफलता को लेकर जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री एवं सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर के दिशा निर्देश पर संबंधित अधिकारियों के कार्य व दायित्वों का निर्धारण किया गया है।
प्रखंड स्तर पर एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम को अभियान के पर्यवेक्षण का जिम्मा सौंपा गया है। सभी बीडीओ, एमओआईसी, सीडीपीओ व बीपीएम जीविका को इसके अनुश्रवण की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। अभियान के सफल संचालन को लेकर संबंधित आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व जीविका दीदियों की मदद से टीकाकरण को लेकर आम लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
शतप्रतिशत टीकाकरण करवाने के लिए जिलाधिकारी ने की अपील-
जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने मिशन इंद्रधनुष 5.0 के अंतर्गत टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर जिले के निवासियों से अपील करते हुए कहा कि आपलोग अपने बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए उनका टीकाकरण जरूर कराएं । इससे बच्चों में होने वाली 7 प्रमुख बीमारियों, तपेदिक, पोलियोमाइलाइटिस, हेपेटाइटिस बी, डिप्थीरिया, पर्टुसिस, टेटनस और खसरा का खतरा कम होगा।
बच्चों को खसरा- रुबैला, रोटावायरस, हिमोफिलस इन्फ्लूएंजा टाइप-बी और पोलियो के खिलाफ टीकों को दिलवाकर अभियान को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। अभियान के तहत बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण सफलतापूर्वक संपन्न करना पहली प्राथमिकता है । यह हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है कि अपने और समुदाय के अपने बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए 02 वर्ष उम्र तक के बच्चे व गर्भवती महिलाओं को मिशन इंद्रधनुष अभियान के तहत इसे सौ फीसद तक ले जाने का प्रयास कर अभियान को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
जनसाधारण को अभियान के प्रति जागरूक करने हेतु विशेष संचार योजना बनायी गयी है । साथ ही विभिन्न प्रचार माध्यमों का सहयोग लिया जा रहा है । गाँव से जिला स्तर पर लगातार लोगों को जागरूक करने हेतु प्रचार प्रसार की गतिविधियाँ सतत जारी हैं। उन्होंने बताया कि हर हालत में सर्वे रजिस्टर एवं ड्यू लिस्ट सभी सत्रों पर शत-प्रतिशत अद्यतन होना चाहिए। बताया कि शत प्रतिशत बच्चे एवं गर्भवती का टीकाकरण कराया जाएगा। कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी पदाधिकारियों के द्वारा सतत निरीक्षण करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गये।
टीकाकरण से वंचित बच्चों की संख्या को आसानी से मूल्यांकन करने के लिए यू-विन पोर्टल होगा कारगर: सिविल सर्जन
–सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने कहा कि सरकार और विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों में उत्कृष्ट कार्य किया किया जा रहा है। भारत सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं सहित शून्य से 5 वर्ष तक के बच्चों के टीकाकरण के लिए यू-विन डिजिटल प्लेटफॉर्म लांच किया गया है। क्योंकि अभियान के दौरान टीकाकरण से संबंधित पूरी जानकारी के लिए यू-विन पोर्टल व्यवहार में लाया जाएगा। इसमें बच्चों को पांच वर्ष तक लगने वाले टीकों की पूरी सूची उपलब्ध होगी। निर्धारित समय पर टीकाकरण के लिए पंजीकृत मोबाइल पर लाभार्थी को मैसेज प्राप्त होगा।
जिससे बच्चों को नियत समय पर टीका लगाया जा सके। इससे लेफ्ट आउट व ड्रॉप आउट बच्चों की संख्या का आसानी से मूल्यांकन किया जा सकता है। सबसे अहम बात यह है कि सभी स्वास्थ्य संस्थानों, जहां पर प्रसव कराया जाता वहां पर भी प्रसूति महिला और नवजात शिशुओं को यू – विन पोर्टल पर पंजीकृत कर जन्म के समय दी जाने वाली टीके को भी इसी पोर्टल के माध्यम से पंजीकृत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मिशन इन्द्रधनुष का दूसरा चरण 09 से 14 अक्टूबर व तीसरा चरण 27 नवंबर 02 दिसंबर के बीच संचालित किया जाना है।
कार्यक्रम की सफ़लता को लेकर जिलास्तरीय पदाधिकारियों को किया गया नामित –
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष 5.0 के अंतर्गत टीकाकरण कार्यक्रम का अनुश्रवण जिलास्तरीय पदाधिकारियों द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम की शत प्रतिशत सफ़लता को सुनिश्चित करने के लिए प्रखंडवार पदाधिकारियों को नामित किया गया है। जिसमें मुख्य रूप से एसएम्ओ डॉ अनिसुर रहमान को बहादुरगंज , जिला सामुदायिक उत्प्रेरक को दिघल्बेंक , जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ मुनाजिम को किशनगंज ग्रामीण एवं शहरी , संचारी रोग पदाधिकारी डॉ एनामुल हक़ एवं डीडीए सुमन सिन्हा को कोचाधामन , भीबीडीसीओ डॉ मंजर आलम एवं जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार को पोठिया , जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार को टेधागाछ व एसएमसी यूनिसेफ एजाज अहमद को ठाकुरगंज में अनुश्रवन की कमान सौपी गयी है।
ईंट भट्ठा, दूर-दराज के ग्रामीण इलाके, मलिन बस्तियां सहित अन्य स्थानों पर सत्र संचालन को प्राथमिकता दी गयी है। इस अभियान में अन्य विभागों का भी सहयोग लिया जाएगा। साथ ही, जिला स्तरीय स्वास्थ्य विभाग सहयोगी संस्थाओं के पदाधिकारियों के बीच प्रखंडों का विभाजन कर सघन अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण का दायित्व दिया गया है। अभियान की सफलता के लिये सभी प्रखंडों में प्रशिक्षित कर कार्य योजना एवं कम्युनिकेशन प्लान तैयार की गई है। प्रत्येक कार्य दिवस को संध्याकालीन बैठक कर कार्य प्रगति की समीक्षा की जाएगी।