डॉ तारा स्वेता के प्रयास से सूने आंगन में गूंजी किलकारी,महिला बनी जुड़वा बच्चे की मां

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किशनगंज /प्रतिनिधि

जिले की प्रसिद्ध आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ तारा स्वेता आर्या की वजह से सुने आंगन में फिर से किलकारी गूंजी है ।मालूम हो की 48 साल की उम्र में बच्चा बंद ऑपरेशन होने के बाद भी महिला  दो दो बच्चों की मां बनी है और यह संभव हुआ है आईवीएफ स्पेस्लिस्ट डॉक्टर तारा श्वेता आर्या के प्रयासों से ।

डॉक्टर भगवान का धरती पर दूसरा रूप है अगर धरती पर डॉक्टर नहीं होते तो मरीजो का इलाज संभव नहीं था यह चंद लाईने आज सत्य साबित हुए।

वेदांता हॉस्पिटल किशनगंज में Dr Tara Shweta Arya Gynecologist and infertility specialist के द्वारा आईवीएफ के माध्यम से आज एक मरीज जो हिम्मतनगर पंचायत अंतर्गत साहपुर की निवासी 22 साल बाद माँ बनने का सपना पुरा हुआ ।मालूम हो की महिला ने सिजेरियन सेक्शन व आईवीएफ के माध्यम से दो पुत्र को जन्म दिया है।  जच्चा-बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है ।

डॉ आर्या ने बताया की लगभग 5 साल से मरीज उनकी  निगरानी में थी । डॉक्टर तारा श्वेता आर्या ने उनसे वादा किया था जो की पुरा हुआ ।महिला दिल्ली ,मुंबई सहित कई स्थानों में चिकित्सा करवाने के बाद निराश होकर डॉ तारा स्वेता आर्या के अस्पताल पहुंची थी जहा अंत में वेदांता हॉस्पिटल किशनगंज में मां बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ ।

डॉ तारा स्वेता के प्रयास से सूने आंगन में गूंजी किलकारी,महिला बनी जुड़वा बच्चे की मां