112 की टीम पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
ठेला पर रखा शव देखते लोग
अररिया /अरुण कुमार
अररिया रेलवे कोर्ट स्टेशन चौक पर सोमवार को मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना घटी, जहां फारबिसगंज से इलाज के लिए पूर्णिया ले जाने के दौरान एक बुजुर्ग व्यक्ति की तबियत बिगड़ गई. जिसे परिजनों के द्वारा अररिया कोर्ट रेलवे स्टेशन पर उतारा गया. जहां से परिजनों ने प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाना चाहा लेकिन जैसे ही वह लोग स्टेशन चौक पर पहुंचे वैसे ही बुजुर्ग व्यक्ति के सीने में तेज दर्द हुआ और वह सड़क पर मूर्छित अवस्था में गिर पड़े और उनकी मृत्यु हो गई.
मौत हो जाने के बाद बुजुर्ग व्यक्ति का शव घंटो सड़क पर रहा, इस दौरान मृत व्यक्ति की पत्नी और भाई के द्वारा आने जाने वाले वाहनों को रोककर शंव को ले जाने के लिए गुहार लगाई गई. लेकिन शव को ले जाने के लिए कोई तैयार नहीं हुआ, जिसके बाद परिजनों के द्वारा मजबूरी में ठेले पर शंव को रख कर ले जाने को मजबूर होना पड़ा, जिसके बाद घटना की सूचना नगर पार्षद श्याम कुमार मंडल को मिली मौके पर पहुंचे श्याम मंडल ने 102 नम्बर पर फोन करके एम्बुलेंस भेजने की गुहार लगाया.
लेकिन एम्बुलेंस नहीं पहुंचा तो किसी ने इसकी सूचना टोलफ्री नम्बर 112 पर फोन किया तो नगर थाना के पुलिस पहुंचे. तब तक मृतक के परिजन भी वहां पहुंच चुके थे, फिर शव को परिजन ने निजी वाहन पर शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. इस दौरान मौके पर स्थानीय स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई. वहीं मृतक फारबिसगंज प्रखंड स्थित मझुआ पंचायत पॉटरी गांव वार्ड संख्या 2 के 60 वर्षीय अशोक मंडल है. मृतक की पत्नी शकुंतला देवी ने बताई की उनके पति बीते कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे.
वे पति को इलाज के लिए ट्रेन पर सवार होकर पूर्णिया जा रहे थे, लेकिन रास्ते में तबियत बिगड़ने लगा तो अररिया कोर्ट रेलवे स्टेशन पर ही उतर गए. ट्रेन से उतरने के बाद जैसे ही चौक पर पहुंचे तो उनका देहांत हो गया. वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि स्टेशन चौक पर इमरजेंसी में भी नहीं पहुंचती है एम्बुलेंस, अररिया कोर्ट रेलवे स्टेशन चौक पर इमरजेंसी होने पर भी एम्बुलेंस नहीं पहुंचता है।
यह आरोप स्थानीय लोगों ने लगाया है. स्थानीय महावीर साह, गणेश चौधरी, गोपाल चौरसिया,हरि प्रसाद साह, धर्मेंद्र पासवान,रामकुमार चौधरी, विजय कुमार, अमर कुमार आदि का कहना है कि स्टेशन रोड खराब होने के कारण यहां पर इमरजेंसी होने पर एम्बुलेंस नहीं पहुंचती है. स्थानीय लोगों ने बताया कि सरकारी गाड़ी की बात तो दूर यहां पर प्राइवेट गाड़ी भी आने से कतराता है.