मृतक युवक के परिजनों ने सांसद डॉ जावेद आजाद पर लगाया अनदेखी का आरोप
किशनगंज /प्रतिनिधि
जनता दल यूनाइटेड प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम एक बार फिर से लोगों की उम्मीद पर खरा उतरे हैं।बता दे की उनके अथक प्रयास की वजह से 37 दिनो के बाद मरहूम मुस्तकीम आलम का शव दिघलबैंक प्रखंड स्थित धनगढ़ा गांव पहुंचा जहा शव को आज उनके गांव के कब्रिस्तान में दफ़न किया गया।बता दे की 29 जुलाई को उनकी मृत्यु मलेशिया में हो गई थी ।जिसके बाद मृतक के परिजनों ने उनका शव लाने के लिए मुजाहिद आलम से संपर्क किया । श्री आलम तब से लगातार Indian Embassy Kualalampur एवं विदेश मंत्रालय के अधिकारी कोल ताहिर मुस्तफा साहब से लगातार सम्पर्क में थे। जिसके बाद अलग अलग लोगो से संपर्क के पश्चात Indigo Airlines 6E973की फ्लाईट से बागडोगरा पहुंचा जहां उनके बड़े भाई मोहसिन आलम के साथ जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम सहित अन्य लोग द्वारा डेड बॉडी को रिसीव कर अपना पेतृक गांव धानगाढ़ा लाया गया।
वहीं मृतक मुस्तकीम के भाई मोहसिन ने किशनगंज सांसद डॉक्टर जावेद पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सबसे पहले हमने इस पूरे मामले की जानकारी सांसद को दी थी लेकिन सांसद ने पूरे मामले को अपने पिए को थमा दिया और काफी दिन इधर-उधर घुमाने के बाद जब लगा कि यहां से कुछ नहीं होगा तो हमने एक बार फिर फोन मिलाया तो हमको ही अजीब सी बात कहने लगा जैसे तुम्हारा भाई टूरिस्ट वीजा में गया है तो मरने दो ।
वही दूसरी तरफ लाश को बागडोगरा से घर लाने को लिए जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने अपने तरफ़ से एम्बुलेंस उपलब्ध कराया गया । शव घर पहुंचने के बाद आज हजारों लोगों की उपस्थिति में नम आंखों से आखरी विदाई दी।इस दौरान जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम भी मौजूद रहे।सभी घरवालों, रिश्तेदारों एवं क्षैत्र वासियों ने इस काम के लिए जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम का आभार प्रकट किया। जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने बताया कि एजेंट इंदलाल द्वारा मरहूम मुस्तकीम आलम से एक लाख रुपए और घर वालों से चालीस हजार रुपए ठगने का काम किया है इस संबंध में उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जायेगी।