कैमूर :सहकारिता की चादर ओढ़ कर आखरी सांस लेना चाहते हैं सहकारिता के पुरोधा

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कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):

कैमूर जिले के भभुआ प्रखंड के एक महान पुरुष जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन सहकारिता के क्षेत्र में व्यतीत कर दिया उनके द्वारा सहकारिता के क्षेत्र में कई क्रांतियां लाई गई और इस व्यवस्था को मजबूती और व्यापकता प्रदान किया गया। इतना ही नहीं देश के नामी-गिरामी नामों में उनका नाम लिया जाता है। इतना ही नहीं इन्होंने 1984 से ही सहकारिता के क्षेत्र में कदम बढ़ाया और अपने निजी प्रयास से कैमूर में पैक्स का स्थापना कराया।

यही नहीं लगातार 38 वर्षों से भभुआ प्रखंड के व्यापार मंडल बतौर अध्यक्ष भी रहे हैं। इन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित भी किया गया है। इतना ही नहीं बिस्कोमान के बिहार के डायरेक्टर और एनसीसीएफ के भी बिहार के डायरेक्टर हैं। भारत पीडीएस संघ के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट के पद पर भी आसीन हैं।

पीडीएस संघ के पूरे देश में 2 सीनियर वाइस प्रेसिडेंट होते हैं जिसमें एक नाम भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी का है तो वही दूसरा नाम कैमूर के लाल सहकारिता के पुरोधा समाज के चिंतक गरीबों के मसीहा रमजान अंसारी का भी है। वर्तमान में भभुआ प्रखंड में व्यापार मंडल का चुनाव 3 सितंबर को होने वाला है जिसमें इनके द्वारा अपनी दावेदारी की गई है।

इन्होंने एक निजी प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में संपूर्ण जीवन व्यतीत हो गया मेरी आखरी यही इच्छा है की इस बार भी व्यापार मंडल अध्यक्ष बनकर आखरी सांस सहकारिता की चादर ओढ़ कर ही इस दुनिया से अलविदा होऊ। उन्होंने सदस्यों एवं मेंबर लोगों से अपील किया कि पूरा जीवन आप लोगों की सेवा में व्यतीत किया आखरी समय में अंतिम बार आप लोगों से अपील कर रहा हूं कि व्यापार मंडल के सभी सदस्य भाई मेरी अंतिम इच्छा पूरा करने में हमारा बढ़-चढ़कर सहयोग करें ताकि सहकारिता के क्षेत्र में कैमूर ही नहीं बल्कि बिहार प्रदेश स्तर पर नाम को रोशन करें यह मेरी अंतिम इच्छा है।

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कैमूर :सहकारिता की चादर ओढ़ कर आखरी सांस लेना चाहते हैं सहकारिता के पुरोधा

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