-क्या है कायाकल्प योजना; स्वच्छ व स्वास्थ्यवर्द्धक माहौल का निर्माण कार्यक्रम का उद्देश्य
सामूहिक प्रयास से मिलेगी उपलब्धि
किशनगंज /प्रतिनिधि
राज्य के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं व रखरखाव सहित कई अन्य तरह की सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकार की ओर से कायाकल्प योजना की शुरुआत की गई है। कायाकल्प योजना के तहत जिले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को कायाकल्प कार्यक्रम के तहत सवारने में लगे है जिला स्तरीय पदाधिकारी । इसी क्रम में जिला स्तरीय दल ने बहादुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरिक्षण किया गया साथ ही बेहतर व्यवस्था के लिए सुझाव भी दिए गये |दल में मुख्य रूप से जिला गुणवत्ता आश्वासन सलाहकार डॉ विद्या कुमारी , डीटीएल केयर प्रशंजित प्रमाणिक , डीपिएचओ शयद मुख्तार एवं जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सह जिला कोचिग दल के प्रशिक्षक डॉ देवेन्द्र कुमार शामिल हुए | वही डॉ देवेन्द्र कुमारके ने बताया की जिले के सभी प्राथमिक , सामुदायिक , रेफरल एवं सदर अस्पतालों को कायाकल्प कार्यक्रम के अनुरूप विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है ।
इसके तहत अस्पताल में स्वच्छ पेयजल, फायर सेफ्टी, रैंप, रेलिंग, हर्बल गार्डन सहित अन्य कार्यों को कायाकल्प सर्वे में देखा जाता है। मालूम हो कि कायाकल्प योजना के तहत आने वाले समय में राज्य के अस्पतालों को मुख्य रूप से पांच पुरस्कार दिए जाने का प्रावधान है। जिसमें राज्य के दो सर्वश्रेष्ठ जिला अस्पताल, प्रत्येक जिले में दो सर्वश्रेष्ठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को उच्च स्तर पर रख-रखाव, सफ़ाई के साथ ही बेहतर गुणवत्तापूर्ण व्यवस्था व व्यवहार अपनाने वाले कर्मियों सहित अस्पताल को प्रमाण पत्र के साथ ही नकद राशि भी देने का प्रावधान है।
क्या है कायाकल्प योजना;
जिला गुणवत्ता आश्वासन सलाहकार डॉ विद्या कुमारी द्वारा कायाकल्प कार्यक्रम के अनुरूप अस्पतालों को विकसित करने के लिए बहादुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भ्रमण के क्रम में बताया की कायाकल्प कार्यक्रम में बेहतर स्वास्थ सुविधाओं के साथ साथ सेवाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभाग ने कई सुझाव पर फोकस किया है। जिसके तहत हाइजीन, बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, रजिस्ट्रेशन काउंटर, हॉस्पिटल इनफेक्शन प्रीवेंशन मैनेजमेंट, रिकॉर्ड कीपिंग, मेडिसीन डिसटीब्यूशन सिस्टम, मरीजों से स्वास्थ्य कर्मियों का व्यवहार, सपोर्ट सर्विस के अलावा स्वास्थ्य केंद्र पर पीने के लिए स्वच्छ एवं शुद्ध पेयजल व्यवस्था, फायर सेफ्टी सिस्टम को बनाना, हर्बल गार्डन विकसित करना, रैम्प और रेलिंग, दिव्यांग हेतु पश्चिमी शौचालय, कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड, फर्नीचर पेस्ट कंट्रोल, अस्पताल परिसर में बने शौचालयों को घर जैसी सफाई करने पर विशेष जोर देना है। योजना के तहत परिसर में छोटा-मोटा पार्क जिसमें रंग बिरंगे फूल पौधे एवं औषधीय पौधे लगाकर उन्हें सजाने के कार्य भी शामिल हैं।
स्वच्छ व स्वास्थ्यवर्द्धक माहौल का निर्माण कार्यक्रम का उद्देश्य :
डीटीएल केयर प्रशंजित प्रमाणिक ने कहा कि निर्धारित मापदंड के आधार पर स्वास्थ्य संस्थानों का विकास, बेहतर सेवाओं की उपलब्धता, स्वच्छ व स्वास्थ्यवर्द्धक माहौल का निर्माण कायाकल्प कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए विभागीय स्तर से स्वच्छता, बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, हॉस्पिटल इंफेक्शन, मरीजों के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के व्यवहार को फोकस किया जाता है। स्वास्थ्य संस्थानों में स्वच्छ व शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, परिसर की साफ-सफाई का इंतजाम, शौचालय की सुविधा सहित अस्पताल में शांत व स्वच्छ वातावरण के निर्माण के आधार पर कायाकल्प कार्यक्रम के तहत संस्थानों की ग्रेडिंग की जाती है।
सामूहिक प्रयास से मिलेगी उपलब्धि :
जिला योजना समन्वयक विस्वजित कुमार ने बताया कि कायाकल्प कार्यक्रम के अनुरूप निर्धारित मापदंड के आधार विकसित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम को सामूहिक रूप से प्रयास करना होगा । साथ ही स्वास्थ्य संस्थानों की बेहतरी को लेकर हमारा सामूहिक प्रयास ,वरीय अधिकारियों के सहयोग, संबंधित स्वास्थ्य इकाई के कर्मियों की कड़ी मेहनत व सकारात्मक सोच के परिणामस्वरूप ही हमें यह उपलब्धि हासिल होगी । ज़िला मुख्यालय से दूर इस तरह के ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला स्तर पर स्वास्थ्य विभाग हमेशा तैयार रहता है। स्थानीय अस्पताल प्रशासन के अलावा जनप्रतिनिधियों एवं मरीजों के परिजनों को भी सहयोग करने की जरूरत है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को बेहतर तरीके से सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर हर तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी एवं अस्पताल प्रबंधन सुधार के लिए पूरी तन्मयता से लगा हुआ है। जिससे विभिन्न अस्पतालों में हो रही गुणवत्तापूर्ण सुधार से मरीजों को भी काफी लाभ मिल रहा है।