डेस्क /न्यूज लेमनचूस
रूस और युक्रेन के बीच जारी गतिरोध के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के दो अलगाववादी क्षेत्रों को मान्यता दे दी है।रूसी राष्ट्रपति ने यूक्रेन के लुहान्स्क और दोनेत्स्क को स्वतंत्र देश की मान्यता दे दी है ।जिसके बाद युद्ध का खतरा मंडराने लगा है । रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मान्यता दिए जाने के बाद कहा कि यूक्रेन का एक असल राष्ट्र होने का कोई इतिहास नहीं है। यूक्रेन संकट पर चल रही सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत ने सभी पक्षों से इस मामले पर संयम बरतने की अपील की है ।संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत यूक्रेन से संबंधित घटनाओं पर नज़र रखे हुए है।
????Watch: Permanent Representative @AmbTSTirumurti speak at the #UNSC Meeting on #Ukraine ⤵️#IndiainUNSC @MEAIndia @UNDPPA pic.twitter.com/W1ROBvZ6Xt
— India at UN, NY (@IndiaUNNewYork) February 22, 2022
उन्होंने कहा यूक्रेन की पूर्वी सीमा पर चल रहे घटनाक्रम और रूस की ओर से की गई घोषणा पर भारत की नज़र है साथ ही कहा कि रूस और यूक्रेन की सीमा पर बढ़ रहा तनाव गहरी चिंता की बात है। इन घटनाओं से इलाक़े की शांति और सुरक्षा पर असर पड़ सकता है।उन्होंने कहा कि सभी देशों के सुरक्षा हितों और इस इलाक़े में दीर्घकालिक शांति और स्थिरता के लिए तनाव को तुरंत कम करने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि इस मुद्दे का समाधान सिर्फ़ कूटनीतिक बातचीत से ही हो सकता है।
श्री तिरुमूर्ति ने कहा कि हाल के दिनों में संबंधित पक्षों ने जो पहल की है, तनाव कम करने के लिए उस पर सोचने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि तनाव को कम करने के लिए रचनात्मक कूटनीति की आवश्यकता है।उन्होने यूक्रेन में रह रहे और पढ़ाई कर रहे 20 हज़ार से अधिक भारतीय नागरिकों का भी जिक्र किया और कहा कि भारत का ध्यान उनकी बेहतरी पर भी है।