विदेशी मुद्रा के लिए कभी भारत को सोना रखना पड़ा था गिरवी,अब भारत के पास है दुनिया का चौथा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार 

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भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 640.4 अरब डॉलर है। 

प्रस्तुति /राजेश दुबे 

भारत की अर्थ व्यवस्था में लगातार सुधार हो रहा है । जीडीपी में बढ़ोतरी के साथ साथ विदेशी मुद्रा भंडार में भी बढ़ोतरी हो रही है जो की अर्थ व्यवस्था के लिए अच्छे संकेत है। मालूम हो कि कभी विदेशी मुद्रा भंडार की कमी के कारण हिंदुस्तान को अपना 47 टन सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड एवं बैंक ऑफ जापान के पास  गिरवी रखने पर मजबुर होना पड़ा था। लेकिन आज भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा चौथा विदेशी भुद्रा भंडार है। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में जानकारी देते हुए कहा कि 19 नवंबर 2021 की स्थिति के अनुसार भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 640.4 अरब डॉलर है।

वहीं पंकज चौधरी ने कहा कि पिछले 7 सालों में एक्साइज ड्यूटी (सेस भी शामिल) के तहत 16.7 लाख करोड़ रुपए इकट्ठा हुए हैं।एक न्यूज एजेंसी के खबर के मुताबिक, रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार 19 नवंबर को समाप्त पिछले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 28.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 640.40 अरब डॉलर रुपए हो गया था। गौरतलब हो कि 3 सितंबर 2021 को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार 642 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।विदेशी मुद्रा भंडार में हो रही बढ़ोतरी से साफ संकेत मिलता है कि महामारी के बावजूद देश में एफडीआई भी व्यापक पैमाने पर बढ़ रहा है। 






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