किशनगंज /विजय कुमार साह
टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में रविवार को बाल दिवस मनाया गया।यह हर साल 14 नवंबर को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन पर मनाया जाता है। देश में पहली बार साल 1959 में मनाया गया था। यह दिन बच्चों के लिए बेहद खास होता है। आसान शब्दों में कहें तो यह दिन बच्चों के लिए समर्पित होता है। विभिन्न देशों में अलग-अलग तारीखों को बाल दिवस मनाया जाता है।

पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से अगाध स्नेह था। उनका कहना था कि बच्चे भगवान के रूप होते हैं। चाचा नेहरू प्यार से बच्चों को गुलाब का फूल भी कहते थे। बच्चे भी उन्हें बेहद प्यार करते हैं। इसके लिए बच्चे भी उन्हें चाचा कहते हैं।बाल दिवस के अवसर पर नवनिर्वाचित जिला परिषद सदस्य खोशी देवी ने तेघरिया में एक आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों के साथ बाल दिवस मनाया।
उन्होंने पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की तस्वीर को माल्यार्पण कर उन्हें याद किया।उन्होंने कहा चाचा नेहरू हमेशा कहते थे कि देश के स्वर्णिम विकास में बच्चे की अहम भागीदारी के लिए बच्चों को शिक्षित होना जरूरी है। इसलिए शिक्षा के स्तर को उठाने के शिक्षा के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है और इसकी शुरुआत गाँव से होनी चाहिये। उन्होंने आंगनबाड़ी एवं स्कूली बच्चों को नवीन मनोहर बालपोथी देकर शिक्षा से जुड़े रहने के लिए प्रोत्साहित किया।इस मौके पर संतोष कुमार सिंह, श्यामलाल मांझी, धनेश्वर प्रसाद सिंह, खगेश प्रसाद सिंह, मिथिलेश कुमार मांझी, हरि झा, इंदर माझी, रवि कुमार दास मौजूद थे।